Ravivar Puja: मिलेगा पार यश एवं वैभव , सुख-समृद्धि का आशीर्वाद, रविवार के दिन ऐसे करें सूर्य देव की पूजा
Ravivar Puja:रविवार का दिन सूर्य देव की आराधना के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है। इस दिन सूर्य देव को जल अर्पित करने, उनकी पूजा करने और व्रत रखने से सभी प्रकार के कष्टों का निवारण होता है।
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Ravivar Puja: रविवार का दिन हिंदू धर्म में सूर्य देव की पूजा के लिए विशेष रूप से समर्पित है। सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है और उनकी उपासना से व्यक्ति को यश, स्वास्थ्य, और सम्मान प्राप्त होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, रविवार को की गई पूजा और व्रत का फल तभी मिलता है जब इस दिन से संबंधित नियमों का पालन किया जाए।
सूर्य व्रत को एक वर्ष, 30 रविवारों या 12 रविवारों तक करना चाहिए।रविवार को सूर्योदय से पूर्व बिस्तर से उठकर शौच और स्नान आदि से निवृत्त होकर स्वच्छ लाल वस्त्र धारण करें।
पूजा स्थल की व्यवस्था:
घर के किसी पवित्र स्थान पर भगवान सूर्य की स्वर्ण निर्मित मूर्ति या चित्र स्थापित करें।गंध, पुष्प आदि से भगवान सूर्य का पूजन करें।
आरती और जप:
पूजन के उपरांत व्रतकथा सुनें और फिर आरती करें।
‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:’ इस मंत्र का 12, 5 या 3 माला जप करें।
अर्घ्य अर्पित करना:
शुद्ध जल, रक्त चंदन, अक्षत, लाल पुष्प और दूर्वा से सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें।
तांबे के लोटे में जल भरकर उसमें चावल और फूल डालकर अर्घ्य दें।
भोजन संबंधी नियम:
सात्विक भोजन और फलाहार का सेवन करें जिसमें गेहूं की रोटी, दलिया, दूध, दही, घी और चीनी शामिल हों।रविवार के दिन नमक का सेवन न करें।
दान देना:
सूर्य से संबंधित चीजें जैसे तांबे का बर्तन, पीले या लाल वस्त्र, गेहूं आदि का दान करें।
सूर्य मंत्र स्तुति
ॐ सूर्याय नमः
ॐ भास्कराय नमः
ॐ आदित्याय नमः
इन विधियों का पालन करके भक्त श्रद्धा पूर्वक सूर्य देवता की आराधना करते हैं जिससे उन्हें अपार यश एवं वैभव प्राप्त होता है।