Vivah Muhurat 2025: खरमास के बाद सुनाई देगी शहनाइयों की गूंज,अप्रैल से जून तक लगेंगे विवाह के शुभ मुहूर्त, देखे शुभ तारीखों की पूरी लिस्ट

जानिए 2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त की संपूर्ण जानकारी। अप्रैल से जून के दौरान खरमास की समाप्ति के बाद कुल कितने लग्न हैं? बनारसी और मिथिला पंचांग के अनुसार शुभ तिथियां।

Vivah Muhurat 2025:  खरमास के बाद सुनाई देगी शहनाइयों की गूंज,अप्रैल से जून तक लगेंगे विवाह के शुभ मुहूर्त, देखे शुभ तारीखों की पूरी लिस्ट
Vivah Muhurat 2025: - फोटो : freepik

Vivah Muhurat 2025: हर वर्ष की तरह 2025 में भी खरमास के कारण एक महीने तक शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों पर विराम लग गया था। यह विराम 14 अप्रैल 2025, सोमवार को समाप्त हो रहा है, जब सूर्य मीन से मेष राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण और मुंडन जैसे शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी।

खास बात यह है कि खरमास की समाप्ति होते ही शादी-ब्याह से जुड़ा पूरा उद्योग – कैटरिंग, ज्वेलरी, मैरिज हॉल, पंडित, फोटोग्राफर आदि एक बार फिर पूरी रफ्तार में आ गया है। अप्रैल से जून तक हर सप्ताह विवाह समारोहों की धूम मचेगी।

विवाह के शुभ मुहूर्त: कब-कब बजेगी शहनाई?

वर्ष 2025 के लिए बनारसी पंचांग, मिथिला पंचांग और विश्वविद्यालय पंचांग जैसे विभिन्न धार्मिक पंचांगों के अनुसार विवाह के लिए शुभ लग्न तय किए गए हैं। नीचे तालिका के रूप में इन तारीखों को दर्शाया गया है:

मिथिला पंचांग के अनुसार विवाह मुहूर्त

माह    शुभ तिथियां

अप्रैल    16, 18, 20, 21, 23, 25, 30

मई    1, 7, 8, 9, 11, 18, 19, 22, 23, 25, 28

जून    10, 11, 12

बनारसी पंचांग के अनुसार विवाह मुहूर्त

माह    शुभ तिथियां

अप्रैल    14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 25, 26, 29, 30

मई    1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 22, 23, 24, 28

जून    1, 2, 3, 4, 5, 7, 8

इन शुभ मुहूर्तों में विवाह करना धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत फलदायक माना जाता है। ये तिथियां नक्षत्रों की स्थिति, ग्रहों की चाल और मुहूर्त गणना पर आधारित होती हैं।

चातुर्मास और विवाह का ठहराव

जून के अंतिम मुहूर्तों के बाद चार महीने का चातुर्मास शुरू हो जाएगा, जो हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों के लिए वर्जित माना गया है। इस दौरान शादी-विवाह जैसे कार्य नहीं किए जाते। अगला शुभ समय 1 नवंबर 2025, शनिवार से शुरू होगा, जब देवोत्थान एकादशी के बाद फिर से लग्न खुलेंगे।

देवउठनी एकादशी के बाद के मुहूर्त (18 नवंबर - 6 दिसंबर):

माह    शुभ तिथियाँ

नवंबर    18, 19, 20, 21, 23, 24, 26, 28, 30

दिसंबर    1, 2, 4, 6

विवाह मुहूर्त का आर्थिक और सामाजिक असर

शादी के इन विशेष दिनों में न केवल घरों में खुशियाँ गूंजती हैं, बल्कि व्यापारिक दुनिया में भी जान आ जाती है। विवाह से जुड़ी दर्जनों इंडस्ट्रीज जैसे कैटरिंग और टेंट हाउस,ज्वेलरी शॉप्स और कपड़ा व्यापारी,पंडित और बैंड वाले,फोटोग्राफी और विडियोग्राफी सेवाएं और होटल्स और ट्रैवल एजेंसी की काफी कमाई होती है। इन सभी का काम खरमास के दौरान ठप हो जाता है, और जैसे ही लग्न शुरू होते हैं, इनका बिजनेस तेजी से उछाल मारता है।

 2025 की विवाह सीजन में खूब बजेगी शहनाई

2025 में खरमास की समाप्ति के साथ ही विवाह का महोत्सव एक बार फिर दस्तक दे चुका है। अप्रैल से लेकर जून तक शुभ मुहूर्तों की भरमार रहेगी, और इसके बाद नवंबर-दिसंबर में फिर से लग्न शुरू होंगे। यदि आप इस वर्ष शादी की योजना बना रहे हैं, तो ऊपर दिए गए मुहूर्तों के अनुसार तैयारी शुरू कर सकते हैं।

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