Tej Pratap Yadav:तेज प्रताप ने किया बड़ा खुलासा, साले आकाश यादव को बताया ‘जयचंद’, रिश्तों का रण!
लालू परिवार से निष्कासित और आरजेडी के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। इस बार निशाने पर उनके पुराने सहयोगी और कभी करीबी रहे आकाश यादव हैं, जिन्हें तेज प्रताप ने ‘जयचंद’ की उपाधि दे डाली।..

Tej Pratap Yadav:बिहार की सियासत में ड्रामाई मोड़ कभी खत्म नहीं होते। सत्ता, परिवार और संबंध इन तीनों के बीच संतुलन साधना यहां हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। लालू परिवार से निष्कासित और आरजेडी के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं। इस बार निशाने पर उनके पुराने सहयोगी और कभी करीबी रहे आकाश यादव हैं, जिन्हें तेज प्रताप ने ‘जयचंद’ की उपाधि दे डाली।
सोमवार देर रात तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर एक भावुक, परंतु आक्रामक पोस्ट डाली। इसमें उन्होंने साफ कहा कि आकाश यादव ही वे शख्स हैं, जिन्होंने अनुष्का यादव के साथ उनकी तस्वीरें वायरल कर राजनीतिक जीवन को खत्म करने की साजिश रची। उनके मुताबिक, फोटो लीक करके न केवल उन्हें बदनाम करने की कोशिश हुई, बल्कि उनका “राजनीतिक पर कतरने” का भी प्रयास किया गया।
तेज प्रताप की जुबान से निकला “जयचंद” शब्द बिहार की राजनीति में एक नया विमर्श पैदा करता है। इतिहास के गद्दार से तुलना करना सिर्फ आक्षेप नहीं, बल्कि सीधे-सीधे विश्वासघात का आरोप है। तेज प्रताप का दावा है कि चाहे कितनी भी बड़ी साजिश क्यों न रची जाए, वे राजनीति से पीछे हटने वाले नहीं। उल्टे और मजबूती से मैदान में उतरेंगे। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में अपने संगठन के माध्यम से पूरे राज्य में संवाद करने और सीधे चुनावी जंग लड़ने का भी ऐलान कर दिया है।
तेज प्रताप ने सोशल मीडिया के एक्स पर लिखा है कि आकाश यादव और कुछ जयचंदो के द्वारा हमारी फोटो को वायरल कर देना, हमारी राजनीति को खत्म करने की साजिश है। लेकिन इन जयचंदों को अभी पता नहीं कि हमारा नाम तेज प्रताप यादव है। तुम जैसे टूटपूंजियां लोगों से हमारा राजनीतिक जीवन खत्म नहीं होगा बल्कि हम और मजबूती के साथ आगे बढ़ेंगे। कोई जयचंद कितनी भी बड़ी से बड़ी भी साजिश करले, लेकिन वो हमसे कभी जीत नहीं पाएगा। हम बिहार की राजनीति में अपने संगठन और सोशल प्लेटफार्म टीम तेज प्रताप यादव के माध्यम से पूरे राज्य में जन संवाद करेंगे और चुनाव भी लड़ेंगे। अब जिसको फ़ड़ियाना है वो मैदान में आके हमसे मुकाबला करे।
तेज प्रताप ने आकाश को खुली चुनौती देते हुए कहा“वो ज्यादा दिन कूद नहीं पाएंगे। वक्त बताएगा कि किसने हमें फंसाने और बदनाम करने का काम किया।” दरअसल, यह पहला मौका है जब तेज प्रताप ने अपने पुराने साथी पर खुला हमला बोला है। इससे पहले वे केवल इशारों में बातें करते थे।
याद रहे कि मई 2025 में तेज प्रताप ने अपने फेसबुक अकाउंट पर अनुष्का यादव के साथ एक तस्वीर साझा की थी। उन्होंने दावा किया था कि दोनों पिछले 12 साल से रिश्ते में हैं। हालांकि कुछ ही घंटों बाद यह पोस्ट डिलीट कर दी गई। लेकिन तब तक तस्वीरें सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल चुकी थीं। अगले ही दिन लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे को पार्टी और परिवार दोनों से बेदखल कर दिया।
इसी घटनाक्रम के बीच अनुष्का के भाई आकाश यादव की भूमिका पर सवाल उठने लगे। आकाश कभी तेज प्रताप के बेहद करीबी और छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रहे। बाद में वे पशुपति पारस की पार्टी आरएलजेपी से जुड़ गए। अनुष्का प्रकरण के बाद पारस ने भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। उस समय वे सार्वजनिक रूप से तेज प्रताप के समर्थन में नजर आए थे। लेकिन अब हालात ने करवट ले ली है।
तेज प्रताप की राजनीति का सफर पहले ही उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। कभी “कृष्ण भक्त” की छवि, तो कभी अपने बयानों और अजीबोगरीब कारनामों से सुर्खियां बटोरने वाले तेज प्रताप अब अपनी सबसे बड़ी लड़ाई अपने ही पूर्व साथियों और परिवार से लड़ रहे हैं।
बिहार की जनता के लिए यह सवाल अब और गंभीर हो गया है क्या तेज प्रताप राजनीतिक रूप से “वापसी” कर पाएंगे या यह आरोप-प्रत्यारोप और निजी विवाद उनके भविष्य की राह को और कठिन बना देंगे?