Bihar Teacher News: भूत बनएंगे ऑनलाइन हाजिरी, शिक्षा विभाग का अजीबोगरीब कारनामा, सुनकर सभी लोग हैरान

Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग का अजब गजब खेल सामने आया है। विभाग का एक अजीबोगरीब आदेश चर्चा का विषय बन गया है।

बिहार शिक्षा विभाग
भूत बनएंगे ऑनलाइन हाजिरी!- फोटो : Hiresh Kumar

Bihar Teacher News: बिहार शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। विभाग ने उन शिक्षकों को हाजिर होने का आदेश जारी किया है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है या जो सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इस अजीबोगरीब आदेश ने जिले में चर्चा का विषय बना दिया है। शिक्षक संघ ने इस पर खेद व्यक्त किया है और शिक्षा विभाग के ऐप और अधिकारियों पर सवाल उठाए हैं।

स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भोजपुर जिले में कम से कम चार ऐसे शिक्षकों की सूची है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है।एक मामले में, एक शिक्षक की मृत्यु सात महीने पहले हो गई थी, लेकिन शिक्षा विभाग ने उनके खिलाफ स्पष्टीकरण जारी किया है और उन्हें आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया है।स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब न देने पर शिक्षकों का वेतन काटने की चेतावनी दी गई है।

यह मामला पीरो प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, देवचंदा तिलाठ, बड़हरा के अलेखी टोला और अन्य कई स्कूलों के शिक्षकों से संबंधित है।

जिन शिक्षकों की मृत्यु हो चुकी है, उनमें खेसरिया में पदस्थापित शिक्षक अमुल्हा और बिहियां की रहने वाली सेवानिवृत्त शिक्षिका शिव कुमारी देवी शामिल हैं।

शिक्षा विभाग ने 8 अप्रैल 2025 को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज न करने वाले 1439 शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है।इस सूची में कई ऐसे शिक्षक भी शामिल हैं, जिनकी कई महीने पहले मृत्यु हो चुकी है।

विभाग ने "मार्क ऑन ड्यूटी" बनाने वाले 217 शिक्षकों से भी स्पष्टीकरण मांगा है।जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शिक्षकों से यह पूछा गया है कि उन्होंने किस परिस्थिति में ई-शिक्षाकोष पर "मार्क ऑन ड्यूटी" दर्ज किया है।इन 217 शिक्षकों में से 128 के पास पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज कराने के प्रमाण हैं, फिर भी उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है और वेतन काटने का आदेश जारी किया गया है।

परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ की सदस्य अंजू पांडेय ने शिक्षा विभाग के ऐप में कई कमियां बताई हैं।उन्होंने कहा कि शिक्षक नियमित रूप से उपस्थिति दर्ज कराते हैं और बच्चों को पढ़ाते हैं, फिर भी ऐप उन्हें अनुपस्थित दिखाता है।उन्होंने ऐप को जल्द से जल्द सुधारने की मांग की है।उन्होंने भोजपुर जिला शिक्षा विभाग द्वारा मृत और सेवानिवृत्त शिक्षकों को स्पष्टीकरण जारी करने की भी आलोचना की है।

रिपोर्ट- आशिष कुमार


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