CBSE 12th Result : डीएवी पब्लिक स्कूल वाल्मी काम्प्लेक्स पटना के विद्यार्थियों ने लहराया सफलता का परचम, 95 फीसदी तक आया अंक
सीबीएसई कक्षा 12 के नतीजे में 88.39% छात्र बोर्ड परीक्षा में पास हुए। पिछले साल से पासिंग प्रतिशत में 0.41% की वृद्धि हुई। इसमें डीएवी पब्लिक स्कूल वाल्मी काम्प्लेक्स पटना के विद्यार्थियों ने शानदार सफलता हासिल की है.
CBSE 12th Result : सीबीएसई 12 वीं के नतीजे में डीएवी पब्लिक स्कूल वाल्मी काम्प्लेक्स पटना के विद्यार्थियों ने शानदार सफलता हासिल की है. डीएवी पब्लिक स्कूल वाल्मी काम्प्लेक्स के कुल 7 विद्यार्थियों ने 90 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल किया है. मंगलवार को घोषित नतीजों में वैष्णवी सिन्हा ने आर्ट्स संकाय में 95.8 फीसदी अंक हासिल किया. आर्ट्स में ही रौनक कुमारी ने 92.8 फीसदी अंक लाकर स्कूल में दूसरा स्थान हासिल किया. वहीं तीसरे स्थान पर साइंस संकाय की अस्नेहा कुमारी और अशहर हुसैन अतीब रहे जिन्हें 92 फीसदी अंक आया. साइंस में ही आयुषी कुमारी को 91.8 फीसदी, आकांक्षा को 91.2 फीसदी और अलिशा शर्मा को 91 फीसदी अंक आया है.
दरअसल, केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने 12वीं के परीक्षा परिणाम मंगलवार को जारी किया. सीबीएसई कक्षा 12 के नतीजे में 88.39% छात्र बोर्ड परीक्षा में पास हुए। पिछले साल से पासिंग प्रतिशत में 0.41% की वृद्धि हुई। इस बार लड़कियों ने लड़कों से 5.94% से ज़्यादा अंकों से बाजी मारी; 91% से ज़्यादा लड़कियाँ परीक्षा में पास हुईं हैं। इस बार ओवरऑल रिजल्ट 88.39% रहा है. इस बार कुल 1692794 बच्चे परीक्षा में बैठे थे और इनमें से 1496307 बच्चे पास हो गए हैं. पिछले साल की अपेक्षा पासिंग परसेंट में 0.41% की बढ़ोतरी हुई है.
CBSE ने 12वीं का परिणाम cbseresults.nic.in, results.cbse.nic.in, cbse.nic.in, results.digilocker.gov.in और results.gov.in. पर देख सकते हैं. सीबीएसई के कुल 17 रीजन है. इस बार पहले चार स्थानों पर दक्षिण भारत के जोन हैं जिसमें पहले स्थान पर विजयवाड़ा में 99.60% स्टूडेंट पास हुए हैं. वहीं दूसरे नम्बर पर त्रिवेन्द्रम: 99.32%, तीसरे नम्बर पर चेन्नई: 97.39% और बेंगलुरु: 95.95% पास हुए हैं.
पटना रीजन इस बार 17 रीजन में 14वें स्थान पर रहा है. पटना रीजन में 82.86% विद्यार्थी ही सफल रहे है. पटना रीजन के नीचे भोपाल है जहां 82.46 फीसदी पास हुए हैं. वहीं नोएडा में 81.29 फीसदी और सबसे नीचे 17वें नम्बर पर प्रयागराज है जहां सिर्फ 79.53 फीसदी विद्यार्थी ही सफल हुए हैं.