Anant Singh: मोकामा हत्याकांड में बोले अनंत सिंह - ‘मैं आगे था, झगड़ा पीछे हुआ… किसने मारा, मालूम नहीं,DGP ने कहा- हथियार बरामद नहीं, कर रहे तलाश
Anant Singh: दुलारचंद यादव हत्याकांड में गिरफ्तार जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह से पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है। पटना की रंगदारी सेल में हुई शुरुआती पूछताछ में अनंत सिंह ने खुद को हत्या की घटना से पूरी तरह अलग बताया।
Anant Singh: दुलारचंद यादव हत्याकांड में गिरफ्तार जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह से पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है। पटना की रंगदारी सेल में हुई शुरुआती पूछताछ में अनंत सिंह ने खुद को हत्या की घटना से पूरी तरह अलग बताया।उन्होंने अधिकारियों से कहा “मैं अपनी गाड़ी से आगे-आगे चल रहा था। मेरे काफ़िले की 40-50 गाड़ियाँ आगे निकल चुकी थीं। पीछे कुछ गाड़ियाँ रह गईं, उन्हीं में विवाद हुआ। अब किसने किसको मारा, मुझे नहीं पता।”
मोकामा के तारतर गांव में हुए इस हत्याकांड के करीब 60 घंटे बाद पुलिस ने अनंत सिंह को बाढ़ स्थित कारगिल मार्केट से देर रात गिरफ्तार किया।गिरफ्तारी के वक्त पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा खुद मौजूद थे। उनके नेतृत्व में करीब 150 से अधिक पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।बताया जाता है कि अनंत सिंह का आवास उस वक्त किले में तब्दील था, जहां 100 से अधिक समर्थक मौजूद थे। पुलिस ने सभी को बाहर किया और अंदर जाकर अनंत सिंह को हिरासत में लिया।
रविवार शाम करीब 4 बजे अनंत सिंह को पटना के एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया।इससे पहले उन्हें लगभग 16 घंटे तक रंगदारी सेल में रखा गया, जहाँ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी लगातार उनसे पूछताछ करते रहे।सूत्रों के मुताबिक, अनंत सिंह पूरी रात नहीं सोए, कई बार उन्होंने अपने समर्थकों से मिलने की इजाज़त मांगी, लेकिन पुलिस ने अनुमति नहीं दी।
अनंत सिंह पूछताछ में बार-बार यही दोहराते रहे कि वे घटनास्थल से आगे निकल चुके थे और उन्हें “पीछे क्या हुआ, इसकी जानकारी नहीं है।वहीं, पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में यह स्पष्ट है कि अनंत सिंह घटना के दौरान मौके पर मौजूद थे।पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा, दुलारचंद यादव की हत्या के वक्त अनंत सिंह मौजूद थे। घटना में शामिल सभी पक्षों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
डीजीपी विनय कुमार ने कहा दुलारचंद यादव की मौत तथ्य है। दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच झड़प हुई, पथराव और फायरिंग की जानकारी मिली है। अब तक 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हथियार की बरामदगी और फोरेंसिक जांच के लिए प्रयास जारी हैं।”
वहीं पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कहा कानून से ऊपर कोई नहीं। मोकामा की घटना गंभीर है, और दोषियों को हर हाल में सज़ा मिलेगी।अब सबकी निगाहें अदालत और जांच टीम पर हैं क्या अनंत सिंह की सफ़ाई उन्हें राहत दिला पाएगी, या मोकामा का यह हत्याकांड उनकी सियासी साख पर भारी पड़ेगा।