Bihar Politics: NDA में सीट बंटवारा से पहले जेडीयू ने ठोका इन 109 सीटों पर दावा, इसमें सात सीट भाजपा की भी, गठबंधन में हड़कंप !
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे सीट बंटवारे को लेकर सियासी गतिविधियां तेज होती जा रही है। इसी बीच जदयू ने एक ऐसा दांव खेल दिया है जिससे एनडीए में सियासी भूचाल आना तय माना जा रहा है....
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। सभी पार्टी चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है। पार्टियों में बैठकों का दौर जारी है। वहीं सभी गठबंधन के दल सीट बंटवारे और उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर भी चर्चा में जुटे हैं। महागठबंधन में भी बैठकों का दौर जारी है। हालांकि अब तक सीट बंटवारे और सीएम फेस को लेकर सहमति नहीं बनी है। वही हाल एनडीए गठबंधन में भी है। एनडीए के नेताओं के द्वारा भले की दावा किया जा रहा है कि सभी दल एकजुट होकर सीएम नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे लेकिन अंदरखाने में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद देखने को मिल रहा है।
जदयू ने बढ़ाई एनडीए की टेंशन
हम संरक्षक और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी सीटों को लेकर अलग दावा कर रहे हैं तो वहीं लोजपा(रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी अपना दावा कर रहे हैं। जदयू-बीजेपी के नेता भी अपने अपने इच्छा जाहिर कर रहे हैं ऐसे में दोनों गठबंधनों में सीट बंटवारा किस फार्मूला पर होता है ये देखने वाली बात होगी, लेकिन इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बीजेपी से चर्चा से पहले और एनडीए में सीट बंटवारे के पहले ही जदयू ने 109 सीटों पर दावा ठोक दिया है। इन सभी सीटों में 7 ऐसे सीट भी हैं जो भाजपा की सीटिंग सीट है। ऐसे में इस दावे से गठबंधन में हड़कंप मच गया है और कयास लगाए जा रहे हैं कि एनडीए गठबंधन में सब ठीक नहीं है। आइए पहले जानते हैं जदयू ने किन किन विधानसभा सीटों पर दावा किया है।
109 सीटों पर जदयू का दावा
जदयू ने एनडीए में सीट बंटवारे से 109 विधानसभा सीटों पर दावा किया है। जिसमें कई ऐसे विधानसभा सीटों के भी नाम हैं जहां वर्तमान में बीजेपी के विधायक हैं। अब देखिए जदयू के दावा किए गए सीटों की लिस्ट....
क्र०सं० क्षेत्र सं०/विधानसभा का नाम
1. 1- वाल्मीकिनगर
2. 9-सिकटा
3. 11-सुगौली
4. 12-नरकटिया
5. 15-केसरिया
6. 17-पिपरा
7. 22-शिवहर
8. 26-सुरसंड
9. 27-बाजपट्टी
10. 29-रुन्नीसैदपुर
11. 30-बेलसंड
12. 31-हरलाखी
13. 34-बाबूबरही
14. 39-फुलपरास
15. 40-लौकहा
16. 41-निर्मली
17. 42-पिपरा
18. 43-सुपौल
19. 44-त्रिवेणीगंज (अ.जा.)
20. 47-रानीगंज (अ०जा०)
21. 49 अररिया
22. 60-रूपौली
23. 64-कदवा
24. 67-मनिहारी (अ.ज.जा.)
25. 68-बरारी
26. 70-आलमनगर
27. 71-बिहारीगंज
28. 72-सिंहेश्वर (अ०जा०)
29. 73-मधेपुरा
30. 74-सोनबरसा (अ.जा.)
31. 77-महिषि
32. 78-कुशेश्वरस्थान (अ.जा.)
33. 80-बेनीपुर
34. 82-दरंभगा ग्रामीण
35. 85-बहादुरपुर
36. 88-गायघाट
37. 90-मीनापुर
38. 92-सकरा (अ०जा०)
39. 95-कॉटी
40. 102-कुचायकोट
41. 103-भोरे (अ.जा.)
42. 104-हथुआ
43. 106-जीरादेई
44. 108-रघुनाथपुर
45. 110-बड़हरिया
46. 112-महाराजगंज
47. 113-एकमा
48. 117-मढ़ौरा
49. 121-परसा
50. 125- वैशाली
51. 126-महुआ
52. 127-राजापाकर
53. 129-महनार
54. 131-कल्याणपुर (अ.जा.)
55. 132-वारिसनगर
56. 133-समस्तीपुर
57. 135-मोरवा
58. 136-सरायरंजन
59. 138-विभूतिपुर
60. 140-हसनपुर
61. 141-चेरिया बरियारपुर
62. 143-तेघड़ा
63. 144-मटिहानी
64. 145-साहेबपुर कमाल
65. 148-अलौली (अ.जा.)
66. 149-खगड़िया
67. 150-बेलदौर
68. 151-परबत्ता
69. 153-गोपालपुर
70. 155-कहलगाव
71. 157-सुल्तानगंज
72. 158-नाथनगर
73. 159-अमरपुर
74. 160-धोरैया (अ.जा.)
75. 163-बेलहर
76. 164-तारापुर
77. 166-जमालपुर
78. 167-सूर्यगढ़ा
79. 169-शेखपुरा
80. 170-बरबीघा
81. 171-अस्थावों
82. 173-राजगीर (अ.जा.)
83. 174-इस्लामपुर
84. 175-हिलसा
85. 178-मोकामा
86. 190-पालीगंज
87. 192-संदेश
88. 195-अगिऑव (अ.जा.)
89. 201-डुमराँव
90. 202-राजपुर (अ.जा.)
91. 206-चैनपुर
92. 207-चेनारी (अ.जा.)
93. 208-सासाराम
94. 209-करगहर
95. 210-दिनारा
96. 215-कुर्था
97. 216-जहानाबाद
98. 217-घोसी
99. 220-ओबरा
100. 221-नवीनगर
101 224-रफीगंज
102 226-शेरघाटी
103 232-बेलागंज
104 233-अतरी
105 234-वजीरगंज
106 237-नवादा
107 238-गोविन्दपुर
108 242-झाझा
109 243-चकाइ
जदयू बीजेपी में सीट बंटवारे का अघोषित नियम
इन सीटों पर जदयू ने अपने उम्मीदवारों को उतारने का दावा किया है। बता दें कि, बीजेपी और जदयू में सीटों के बंटवारे को लेकर वर्षों से एक ही नियम चलते आ रहा है। जिसके तहत लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रदेश में बड़े भाई की भूमिका में होती है तो वहीं विधानसभा चुनाव में जदयू बड़े भाई की भूमिका में होती है। इसी नीति के तहत लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी ने जदयू से एक अधिक सीट पर चुनाव लड़ा था तो वहीं माना जा रहा है कि जदयू विधानसभा चुनाव में अधिक सीट पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि सीट बंटवारे को लेकर बिना किसी चर्चा के जदयू ने 109 सीटों पर दावा बोल दिया है जिससे ना सिर्फ बीजेपी बल्कि गठबंधन के अन्य दलों में भी सियासी हड़कंप मच गया है।
जदयू को अब तक नहीं मिला पूर्ण बहुमत फिर भी हर बार कमान नीतीश के हाथ
मालूम हो कि 2005 से लेकर अब तक बिहार सीएम नीतीश की सरकार है लेकिन हैरान करने वाली बात है कि 2005 से अब तक एक बार फिर जदयू को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है इसके बावजूद कमान सीएम नीतीश के ही हाथ में रही है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो बिहार में सरकार बनाने के लिए सीएम नीतीश जरुरी हैं। वहीं बात करें 2005 से अब तक के सीट बंटवारे का तो 2005 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यू(जदयू) ने 139 सीटों पर चुनाव लड़ा जिनमें से 88 सीटों पर सीट दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 102 सीटों पर चुनाव लड़ा और 55 सीटों पर चुनाव जीती। 2010 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यू(जदयू) ने 141 सीटों पर चुनाव लड़ा और 115 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 102 सीटों पर चुनाव लड़ी और 91 सीट जीती।
2015 का विधानसभा चुनाव रहा दिलचस्प
2015 का विधानसभा चुनाव कई मायनों में दिलचस्प रहा। इस चुनाव में 20 साल के बाद लालू और नीतीश एक साथ थे। अपने वर्षों के साथ को छोड़ सीएम नीतीश ने महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। महागठबंधन में तब जदयू-राजद और कांग्रेस शामिल थे। जदयू और राजद 101-101 सीटों पर चुनाव लड़े और कांग्रेस 42 सीटों पर चुनाव लड़ी। दूसरी ओर बीजेपी, लोजपा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने एक साथ चुनाव लड़ा। जिसमें बीजेपी-157, लोजपा-42, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी-23 और हम 21 सीटों पर चुनाव लड़ी। 2015 के विधानसभा चुनाव में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी राजद ने 101 में से 80 सीटों पर जीत दर्ज की। जदयू 71 सीटों पर, कांग्रेस 27 सीटों पर, बीजेपी 53 सीटों पर, लोजपा-2 , राष्ट्रीय लोक समता पार्टी 2 तो वहीं हम ने 1 सीट पर चुनाव जीता।
2020 का विधानसभा चुनाव
2020 में एक बार फिर सीएम नीतीश एनडीए गठबंधन के साथ चुनाव लड़े। एनडीए में जदयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ीं और 43 सीट जीतीं। बीजेपी 110 सीटों पर चुनाव लड़ीं और 74 सीट जीतीं। तब एनडीए में विकासशील इंसान पार्टी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(से) भी थी दोनों ने 11 और 7 सीटों पर चुनाव लड़ा और 4-4 सीटें जीतीं। वहीं अब 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। 2025 के विधानसभा चुनाव होने में अब कुछ ही महीने का वक्त बचा है ऐसे में सियासी हलचल चरम पर है। अब देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए में सीट बंटवारा कैसे होता है?