Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार में चुनावी महाकुंभ शुरू, मतदान दो चरणों में, अपने क्षेत्र की तारीख जान लें
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा सोमवार शाम भारत निर्वाचन आयोग की तरफ़ से कर दी गई। राज्य में दो चरणों में यह चुनाव संपन्न होंगे।
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा सोमवार शाम भारत निर्वाचन आयोग की तरफ़ से कर दी गई। राज्य में दो चरणों में यह चुनाव संपन्न होंगे। पहले चरण के लिए 18 जिलों के 121 विधानसभा क्षेत्रों में अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी की जाएगी, जबकि दूसरे चरण में 20 जिलों के 122 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अधिसूचना जारी होगी। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को निर्धारित किया गया है।
पहले चरण में 6 नवंबर को मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सिवान, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नालंदा, पटना, भोजपुर और बक्सर के विधानसभा क्षेत्रों में जनता अपने मताधिकार का प्रयोग करेगी। आलमनगर, बिहारीगंज, सिंगेश्वर (अनुसूचित जाति), मधेपुरा, सोनवर्षा (अनुसूचित जाति), सहरसा, सिमरी बख्तियारपुर, महिषी, कुशेश्वरस्थान (अनुसूचित जाति) सहित कुल 121 सीटों पर उम्मीदवारों की टक्कर देखने को मिलेगी।
दूसरे चरण में 11 नवंबर को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई के 122 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा। वाल्मीकिनगर, रामनगर (अनुसूचित जाति), नरकटियागंज, बगहा, लौरिया, नौतन, चनपटिया, बेतिया, सिकटा, रक्सौल, सुगौली, नरकटिया, हरसिद्धि (अनुसूचित जाति) जैसे प्रमुख क्षेत्रों की जनता मतदान के लिए तैयार है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस चुनाव में जातीय समीकरण, क्षेत्रीय मुद्दे और स्थानीय नेतृत्व की भूमिका निर्णायक होगी। पहले चरण और दूसरे चरण में मतदाताओं की भागीदारी की दिशा में चुनाव आयोग ने सुरक्षा व मतदान व्यवस्था को पुख़्ता करने के लिए व्यापक तैयारियाँ की हैं। साथ ही, आयोग ने चुनाव के दौरान ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
राजनीतिक पार्टियों के लिए यह दो चरणों में होने वाला चुनाव रणनीति और जनसंपर्क के लिहाज से महत्वपूर्ण है। हर दल अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुनावी मैदान में निर्णायक मोर्चा संभालने की तैयारी में है। 6 और 11 नवंबर के दिन बिहार की राजनीति का नज़ारा देखने लायक होगा, जब लाखों मतदाता लोकतंत्र की ताकत का असर महसूस करेंगे।