Bihar Vidhansabha Chunav 2025: 'गौ कटवा से बेहतर वोट कटवा', शंकराचार्य ने बिहार विधानसभा चुनाव में दिया चेतावनी भरा संदेश

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: शंकराचार्य ने कहा कि कुछ लोग इससे भयभीत हैं और मानते हैं कि ये उम्मीदवार वोट काट सकते हैं, लेकिन उनके अनुसार, “हमें ‘गौ कटवा’ कहलाने से बेहतर ‘वोट कटवा’ कहलाना मंजूर है।

शंकराचार्य ने बिहार विधानसभा चुनाव में दिया चेतावनी भरा संदेश- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र गौ रक्षा मतदाता संकल्प यात्रा के तहत जगद्गुरु अविमुक्तेश्वरानंद शंकराचार्य हाजीपुर पहुंचे। उनका स्वागत पारंपरिक ढंग से भक्तों ने किया। इस मौके पर उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार के सभी सीटों पर निर्दलीय गौ रक्षा उम्मीदवार उतारने का उद्देश्य सिर्फ़ गौ रक्षा का संदेश देना है।

शंकराचार्य ने कहा कि कुछ लोग इससे भयभीत हैं और मानते हैं कि ये उम्मीदवार वोट काट सकते हैं, लेकिन उनके अनुसार, “हमें ‘गौ कटवा’ कहलाने से बेहतर ‘वोट कटवा’ कहलाना मंजूर है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में कई नेताओं ने न तो उनका समर्थन किया है और न ही उनके गौ रक्षा प्रत्याशियों को धमकियों से बचाया।

उन्होंने कहा कि आजादी के 78 सालों से गौ रक्षा की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने इस पर कार्रवाई नहीं की। शंकराचार्य ने जोर देकर कहा कि उनका उद्देश्य केवल कानून बनाने की मांग है और गौ सेवा के लिए गौ माता के बेटे-बेटियाँ पर्याप्त हैं। इसके लिए उन्हें किसी सरकार से मदद की आवश्यकता नहीं है।

इस अवसर पर उन्होंने साफ कहा, “जो भी गौ रक्षा की बात करेगा, उसी को हमारा समर्थन मिलेगा।” उनके मुताबिक, यह समर्थन किसी राजनीतिक दल या नेता से नहीं बल्कि सच्चे गौ संरक्षणकर्ता को मिलेगा।

शंकराचार्य ने यह भी कहा कि बिहार के नेताओं ने उनके हृदय को छूने का प्रयास नहीं किया और न ही उन्होंने कोई वास्तविक समर्थन दिखाया। उनका संदेश था कि राजनीतिक वादों से अधिक, कार्य और प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण है।

हाजीपुर में शंकराचार्य का यह दौरा सिर्फ़ चुनावी मैदान में संदेश देने तक सीमित नहीं, बल्कि यह गौ रक्षा को लेकर जनता और नेताओं को चेतावनी देने वाला कदम भी माना जा रहा है। उनके निर्दलीय उम्मीदवारों की भागीदारी से आगामी चुनाव में मतदान पैटर्न और राजनीतिक समीकरणों पर असर पड़ सकता है।

रिपोर्ट- ऋषभ कुमार