Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार चुनाव से पहले सर्जिकल स्ट्राइक , इस बाहुबली नेता को भेजा गया भागलपुर जेल ,चुनाव को प्रभावित करने की थी खुफिया रिपोर्ट, राजद प्रत्याशी को लगा बड़ा झटका
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: कुख्यात बाहुबली और सजायाफ्ता पूर्व विधायक को भागलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया है
Bihar Vidhansabha Chunav 2025:बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत और अपराध की जमीन पर एक साथ हलचल मच गई है। गृह कारा विभाग ने सुरक्षा और शांति व्यवस्था के मद्देनज़र कई जिलों की जेलों से बाहुबली अपराधियों को स्थानांतरित करने का फैसला लिया है। इसी कड़ी में गया जिला कारागार से कुख्यात बाहुबली और सजायाफ्ता पूर्व विधायक राजेंद्र यादव को भागलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया है।
सूत्रों के मुताबिक, राजेंद्र यादव पर हत्या, अपहरण और आर्म्स एक्ट समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। वह आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। हाल के दिनों में वे इलाज के बहाने पटना के पीएमसीएच में भर्ती थे और वहीं से राजनीतिक समीकरण साधने में जुटे थे। जांच एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद जेल आईजी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यादव को पीएमसीएच से उठाकर भागलपुर कैंप जेल शिफ्ट कर दिया।
सूत्रों का कहना है कि राजेंद्र यादव अस्पताल से ही अपने नेटवर्क के जरिए अतरी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी गतिविधियों पर असर डाल रहे थे। बताया जा रहा है कि वह अपनी बहू वैजयंती देवी, जो इस बार राजद प्रत्याशी हैं, की जीत सुनिश्चित करने में सक्रिय थे। लेकिन जेल बदले जाने के बाद राजद के लिए यह झटका साबित हो सकता है, क्योंकि यादव अपने जातिगत प्रभाव से इलाके में मजबूत पकड़ रखते थे।
गुप्तचर विभाग की रिपोर्ट में साफ कहा गया था कि यादव के रहते अतरी विधानसभा का माहौल प्रभावित हो सकता है। चुनाव आयोग ने इस सीट को संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया है।अतरी सीट पर इस बार मुकाबला दिलचस्प है एक ओर राजद की वैजयंती देवी हैं, तो दूसरी तरफ एनडीए समर्थित हम पार्टी के प्रत्याशी रोमित कुमार। इधर, वैजयंती देवी को टिकट मिलने से उनके देवर और वर्तमान विधायक अजय यादव नाराज़ बताए जा रहे हैं।
राजेंद्र यादव का परिवार 1995 से इस सीट पर प्रभावी रहा है। पहले यादव खुद विधायक रहे, फिर उनकी पत्नी कुंती देवी ने 2015 में जीत दर्ज की। यादव जाति के करीब 90 हज़ार और मुस्लिम वोटरों की 25 हज़ार आबादी इस सीट का समीकरण तय करती है।राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बाहुबली नेताओं पर सरकार की यह सर्जिकल स्ट्राइक न केवल प्रशासनिक सख्ती का संदेश है, बल्कि चुनाव से पहले सत्ता के समीकरणों को भी झकझोर सकती है।
 
                 
                 
                 
                 
                 
                                         
                                         
                     
                     
                     
                    