Bihar Election 2025: जीतन राम मांझी की डिमांड से एनडीए में महाभारत! 15 से कम सीट पर नहीं मानेगी HAM, न्याय अगर तो आधा दो...
Bihar Election 2025: जीतन राम मांझी की डिमांड से एनडीए में महाभारत छेड़ दी है। मांझी ने दिनकर जी की कविता के माध्यम से अपनी मांग को एक बार फिर एनडीए के सामने रखा है।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंका जा चुका है। दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को होना है तो वहीं दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है। वहीं 14 नवंबर को मतगणना होगा। हालांकि अब तक महागठबंधन और एनडीए में ना तो सीट शेयरिंग को लेकर कोई आधिकारिक घोषणाएं हुई हैं तो ना ही प्रत्याशियों का ऐलान हुआ है। महागठबंधन में जहां सीट बंटवारे को लेकर मंथन जारी है तो वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और केंद्रीय जीतनराम मांझी एनडीए की टेंशन को बढ़ा रहे हैं। मांझी और चिराग अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं।
मांझी की डिमांड
इसी बीच जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। मांझी ने राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी की कविता के माध्यम से अपनी बातों को एनडीए के सामने रखी है। उन्होंने एनडीए से केवल 15 ग्राम की मांग की है। मांझी ने लिखा कि, “हो न्याय अगर तो आधा दो, यदि उसमें भी कोई बाधा हो, तो दे दो केवल 15 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, HAM वही ख़ुशी से खाएंगें, परिजन पे असी ना उठाएँगे।” दिनकर जी की यह कविता महाभारत के उस घटना का चित्रण करती है जब कौरवों के सामने श्रीकृष्ण पांडवों के राजदूत के रुप में पहुंचे थे और 5 ग्राम की मांग कर रहे थे।
15 सीटों पर अड़े
बता दें कि मांझी लगातार 15 सीटों की मांग कर रहे हैं। मांझी का कहना है कि उनकी पार्टी को मान्यता प्राप्त पार्टी होने के लिए 15 सीटों पर चुनाव लड़ना आवश्यक है। मांझी ने हाल ही में कहा कि,"सीटों को लेकर हमारे यहां कोई झगड़ा नहीं है। हम मान्यता प्राप्त सीटें मांग रहे हैं, यानी बिहार विधानसभा में हमारी पार्टी को मान्यता प्राप्त हो जाए। इसके लिए पर्याप्त सीटें चाहिए।
मांझी-चिराग ने बढ़ाई टेंशन
उन्होंने आगे कहा कि, यह अपेक्षा इसलिए है क्योंकि हम कोई मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते। हम बस चाहते हैं कि हमारी पार्टी को मान्यता मिले, इसलिए यही हमारी मुख्य मांग है। बता दें कि जहां मांझी 15 सीट पर अड़े हैं तो वहीं चिराग पासवान 36 सीटों की मांग कर रहे हैं। मांझी और चिराग की डिमांड एनडीए की टेंशन को बढ़ा रही है। सूत्रों की मानें तो एनडीए दो से तीन दिनों में सभी घटक दल को मना कर सीट बंटवारे का ऐलान कर देगा।