बिहार में महागठबंधन को बड़ी राहत, अंतिम मौके पर इस पार्टी ने किया चुनाव लड़ने से इनकार, तेजस्वी को बड़ा फायदा
झामुमो चुनाव से हटने के फैसले से तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन को बड़ा फायदा मिल सकता है। खासकर कई सीटों पर वोटों का बिखराव होने का खतरा टल गया।
Bihar News : झारखंड में सत्तारूढ़ झामुमो ने घोषणा की है कि वह बिहार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेगा।उसका दावा है कि यह फैसला उसके सहयोगी राजद और कांग्रेस की ‘‘राजनीतिक साजिश’’ के चलते लिया गया है, जिसके चलते उसे महागठबंधन में शामिल होने के बावजूद सीटें नहीं मिलीं। बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन की पार्टी ने बिहार चुनाव के लिए लगभग तैयारियां पूरी कर ली थीं। यहां तक कि कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के नाम भी तय थे लेकिन अंतिम समय में पार्टी ने चुनाव से हटने का निर्णय ले लिया।
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया सोमवार (20 अक्टूबर, 2025) को समाप्त हो गई। चुनाव लड़ रही प्रत्येक पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा का अंतिम दौर पूरा कर लिया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सोमवार (20 अक्टूबर, 2025) को सभी 143 उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए। इनमें से पाँच उम्मीदवार अन्य भारतीय ब्लॉक के उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। इन 143 उम्मीदवारों में से 24 महिला उम्मीदवार और 16 मुस्लिम उम्मीदवार हैं।
झामुमो का हटना रणनीति
वहीं दोनों चरणों के नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया समाप्त होने पर इंडिया ब्लॉक में फूट दिख रही है। हालांकि अब झामुमो के चुनाव मैदान से हटने को कुछ सियासी जानकर इसे महागठबंधन की रणनीति का हिस्सा बता रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि झामुमो को इसके लिए राजद की ओर से संभवतः तैयार किया गया है। मौजूदा समय में झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार में राजद में भी शामिल है। झामुमो के इस फैसले से तेजस्वी यादव सहित महागठबंधन को बड़ा फायदा मिल सकता है। खासकर कई सीटों पर वोटों का बिखराव होने का खतरा टल गया।
अकेले में दम नहीं
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में झामुमो ने 21 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। हालांकि उसे किसी भी सीट पर सफलता नहीं मिली। हेमंत की पार्टी के लिए परिणाम उम्मीद के विपरीत रहे। पार्टी को मात्र 59,500 वोट जो कुल वोट शेयर महज 0.23 प्रतिशत रहा।
पहले चरण में 1,314 उम्मीदवार
भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण के लिए कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में रह गए हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा के 121 निर्वाचन क्षेत्रों में 6 नवंबर को मतदान होगा। इन सीटों पर कुल नामांकन करने वालों में 61 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापस ले लिया है, जबकि 300 से अधिक उम्मीदवारों के नाम जांच के दौरान खारिज कर दिए गए हैं।