Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: 'मछली भात' खिलाकर महागठबंधन का सियासी कांटा निकालेंगे मुकेश सहनी, 24 अप्रैल को VIP की बड़ी तैयारी

Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के ओर स 24 अप्रैल के लिए खास तैयारी की जा रही है। मुकेश सहनी इस दिन महागठबंधन में शामिल सभी दलों को मछली भात का पार्टी देंगे। इसको लेकर वीआईपी ने तैयारी शुरु कर दी है।

मुकेश सहनी मछली चावल
मछली भात की पार्टी करेंगे सहनी- फोटो : social media

Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025:  बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश की सियासी हलचल तेज है। कांग्रेस कार्यालय में 24 अप्रैल को महागठबंधन की मीटिंग होने वाली है। महागठबंधन की पहली औपचारिक बैठक 17 अप्रैल को राजद कार्यालय में हुआ तो वहीं महागठबंधन की दूसरी औपचारिक बैठक 24 अप्रैल को पटना के सदाकत आश्रम में आयोजित की जाएगी, जहां सीट बंटवारे पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। फॉर्मूले के तहत दो मुख्य फैक्टर पर जोर दिया जाएगा। उम्मीदवारों की जीत की संभावना और उम्मीदवारों की साख। इन दोनों मापदंडों को ध्यान में रखते हुए, महागठबंधन के छह दलों ने सहमति बनाई है कि यह प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ेगी। वहीं इस बैठक के बाद वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी की ओर से भी खास आयोजन किया जाना है। 

मुकेश सहनी का मछली चावल दावत

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार 24 अप्रैल को महागठबंधन की बैठक के बाद मुकेश सहनी ने महागठबंधन में शामिल सभी दलों के साथ भोज का आनंद लेंगे। जानकारी अनुसार 24 अप्रैल को मुकेश सहनी की ओर से मछली चावल की दावत दी जाएगी। इस दावत में महागठबंधन में शामिल सभी 6 दल मौजूद होंगे। इस दिन के लिए वीआईपी सुप्रीमो खास तैयारी कर रहे हैं। मुकेश सहनी मिथलांचल से मछली मंगा रहे हैं। मीटिंग के बाद सभी दल के नेता एक साथ मछली चावल का आनंद लेंगे। बता दें कि 24 अप्रैल को होने वाली बैठक में महागठबंधन की ओर बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कई रणनीति बनाई जाएगी। 

24 अप्रैल को होगी बैठक

दरअसल, महागठबंधन की दूसरी बैठक 24 अप्रैल को पटना में स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में होगी। इस बैठक में सीट बंटवारे पर औपचारिक बातचीत शुरू होने की उम्मीद है। पहली बैठक में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को गठबंधन की समन्वय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था, और अब नए समन्वय पैनल द्वारा यह बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें हर सहयोगी दल से दो सदस्य शामिल होंगे।

150 सीटों पर राजद का दावा 

सूत्रों के अनुसार, राजद कम से कम 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक है। पिछले चुनाव में राजद ने लगभग 145 सीटों पर चुनाव लड़ा था। वहीं, कांग्रेस ने 70 सीटें मांगी थीं लेकिन केवल 19 सीटें जीत सकी थी. वामपंथी दल सीपीआई-एमएल  भी 30 से अधिक सीटें मांग रही है, जबकि अन्य वामपंथी दल जैसे सीपीआई और सीपीएम लगभग 10-12 सीटें चाहते हैं.महागठबंधन के भीतर चर्चा हो रही है कि पिछले चुनावों के प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए ही सीट बंटवारा किया जाए। उदाहरण के लिए, सीपीआई माले ने 2020 में 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उनमें से 12 जीती थीं. इस बार वे अपने प्रदर्शन के आधार पर अधिक संख्या में सीटें चाहती हैं।

विधानसभा चुनाव के लिए बनेगी रणनीति

महागठबंधन के नेताओं ने यह भी तय किया है कि सभी छह दलों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने और चुनाव प्रचार अभियान के दौरान बेहतर बूथ प्रबंधन को लागू करने के लिए पंचायत, ब्लॉक और जिला स्तर पर बैठकें आयोजित की जाएंगी6. इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी पार्टियों के कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करें।महागठबंधन का यह नया फॉर्मूला न केवल उम्मीदवारों की जीतने की क्षमता पर आधारित होगा बल्कि इसमें सहयोगी दलों के बीच बेहतर तालमेल भी सुनिश्चित करेगा। बहरहाल महागठबंधन ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की जीत की संभावना और साख को मापदंड बनाकर सीट शेयरिंग का फॉर्मूला सेट किया है।

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