Narkatiya Assembly: मुस्लिम बहुल सीट पर शमीम अहमद की पकड़ मजबूत, 2025 में फिर से राजद बनाम एनडीए का मुकाबला तय

Narkatiya Assembly

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में स्थित नरकटिया विधानसभा क्षेत्र (सीट संख्या 12) प्रदेश की नई राजनीतिक सीटों में से एक है, जिसकी स्थापना 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद हुई। पहली बार 2010 में यहां चुनाव हुआ था, और तब से अब तक यह सीट धीरे-धीरे राजद के प्रभाव क्षेत्र में तब्दील होती गई है।

2010 के पहले चुनाव में जदयू के श्याम बिहारी प्रसाद ने जीत हासिल कर इसकी शुरुआत की, लेकिन इसके बाद राजद के शमीम अहमद ने 2015 और फिर 2020 में जीत दर्ज कर सीट पर मज़बूत पकड़ बना ली। वह पिछले 10 वर्षों से इस क्षेत्र के विधायक हैं और राजद की एक स्थायी उपस्थिति बन चुके हैं।

2020 का चुनावी परिणाम बताता है कि शमीम अहमद को 85,562 वोट (46.69%) मिले, जबकि जदयू के श्याम बिहारी प्रसाद 57,771 वोट (31.53%) के साथ दूसरे स्थान पर रहे। लोजपा के सोनू कुमार तीसरे स्थान पर रहे। कुल 63.65% मतदान दर्ज किया गया। 2015 में भी शमीम अहमद ने 75,118 वोट (45.96%) पाकर जीत दर्ज की थी, जबकि RLSP के संत सिंह कुशवाहा को 33.73% वोट मिले थे।

नरकटिया सीट पर मुस्लिम मतदाता सबसे निर्णायक भूमिका में हैं, जिनकी संख्या लगभग 26.8% है। इसके अलावा यादव, पासवान और रविदास समुदाय के मतदाता भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जो किसी भी चुनाव में परिणाम तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अनुसूचित जाति (SC) मतदाता लगभग 9.3% और अनुसूचित जनजाति (ST) मात्र 0.22% हैं। यह क्षेत्र पूरी तरह ग्रामीण (100%) है, और यहीं से इसकी समस्याएं और चुनावी मुद्दे भी निकलते हैं। बाढ़, कटाव, पुनर्वास, शिक्षा, स्वास्थ्य, और प्रशासनिक सुविधाओं की कमी यहां के स्थायी मुद्दे हैं।