Bihar Vidhansabha Election: एनडीए हो या महागठबंधन सीट बंटवारे में उलझा पेंच, हर दल की मांग जान माथा पकड़ लेंगे आप...

Bihar Vidhansabha Election: NDA-INDIA में 243 सीटों पर सहमति नहीं बन रही है। एनडीए के दलों की अपनी मांगें हैं तो वहीं महागठबंधन की अपनी मांगें हैं अगर दोनों दलों की मांगों को देखे तो बिहार में विधानसभा सीट 350 होनी चाहिए..

बिहार विधानसभा चुनाव - फोटो : social media

Bihar Vidhansabha Election: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। सभी पार्टी चुनावी तैयारी में जुटी हैं। 6 अक्टूबर के बाद कभी भी चुनाव का ऐलान हो सकता है। ऐसे में सभी पार्टियों ने तैयारी तेज कर दी है लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत सीट बंटवारे को लेकर आ रही है। एनडीए गठबंधन हो या महागठबंधन दोनों में ही सीट बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन रही है। एनडीए जहां सीएम नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है तो वहीं महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर भी सहमति नहीं बनी है। राजद का दावा है कि महागठबंधन में सीएम फेस तेजस्वी यादव होंगे तो वहीं कांग्रेस का कहना है कि चुनाव के बाद तय होगा कि सीएम फेस कौन होगा। 

243 नहीं एनडीए के लिए 285 तो महागठबंधन के लिए चाहिए 350 विधानसभा सीट...

दूसरी ओर सीट बंटवारे को लेकर भी खींचातान जारी है। बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं लेकिन जिस हिसाब से दोनों गठबंधन के दलों की मांगे हैं उस हिसाब से विधानसभा के साढ़े तीन सौ सीट होनी चाहिए। एनडीए के सभी दलों के सीटों की बात करें तो एनडीए के सभी दलों को उनके मन मुताबिक सीट देने के लिए विधानसभा में 283 सीट होनी चाहिए। तो वहीं महागठबंधन में सभी दलों के मन मुताबिक सीट देने के लिए 350 विधानसभा सीट होनी चाहिए। लेकिन कहते हैं हकीकत कल्पना से परे होते हैं। बिहार में मात्र 243 विधानसभा सीट हैं और सभी दलों को इसमें ही बंटवारा करना होगा।  

एनडीए की स्थिति 

चलिए बात करते हैं एनडीए की.....एनडीए में पांच दल शामिल हैं- भाजपा-जदयू, लोजपा(रा)-हम(से) और रालोमो। सभी दलों के अपनी अपनी मांगें हैं। लोजपा(रा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान हो या हम संरक्षक सह केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी हो। दोनों सीटों को लेकर दावा कर रहे हैं। चिराग की पार्टी 45 सीटों की मांग कर रही है तो वहीं जीतनराम मांझी का कहना है कि उनकी पार्टी को कम से कम 15 से 20 सीट मिलनी चाहिए ताकि उनकी पार्टी रजिस्टर्ड पार्टी बन सके। उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो भी 12 सीटों की मांग कर रही है। वहीं जदयू-बीजेपी 103-103 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। यानी सभी दलों की सीटों को जोड़े तो 103+103+45+20+12 = 283। मतलब अगर 283 विधानसभा सीटें हो तो एनडीए के सभी दलों में खुशी खुशी सीट बंटवारा हो जाएगा। हालांकि जदयू और भाजपा के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई बड़ी समस्या नहीं दिख रही है। दोनों दल लगभग 100-100 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं। असली चुनौती सहयोगी छोटे दलों की सीटों की मांग को संतुलित करने की है।

महागठबंधन की स्थिति 

आइए अब बात करते हैं महागठबंधन की...महागठबंधन में 8 दल शामिल है। जिसमें  राजद, कांग्रेस, माले, वीआईपी, सीपीआई, सीपीएम, रालोजपा और झामुमो है। इन दलों की सीटों की मांग को देखे तो इनके लिए तो सीटों की संख्या तो साढे़ तीन सौ होनी चाहिए। जो कि ना सिर्फ वास्तविक संख्या से कहीं ज्यादा बड़ी है बल्कि एनडीए गठबंधन के दलों की मांगों से भी बड़ी है। महागठबंधन में राजद-140 सीटों पर दावा कर रहा तो कांग्रेस को कम से कम 70 सीट चाहिए, वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी तो 60 सीट से नीचे में मानने वाले नहीं हैं, माले को 40 तो सीपीआई को 24 और सीपीएम को 11 सीट की लालसा है। रालोजपा  3 और झामुमो भी 2 सीटों का दावा कर रही है। ऐसे में अगर महागठबंधन के सीटों का समीकरण देखा जाए तो 140+70+60+40+24+11+3+2=350। यानि महागठबंधन के दलों को खुश करने के लिए बिहार विधानसभा की सीटें 350 होनी चाहिए। राजद पर सभी साथी दल प्रेशर पॉलिटिक्स तो कर ही रहे हैं साथ ही तेजस्वी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की सहमति भी नहीं जता रहे। ऐसे में फिलहाल चुनाव की घोषणा से पहले सीट बंटवारे पर दोनों दलों की सहमति बनती नजर नहीं आ रही है। 

दोनों गठबंधनों की अपनी अपनी उलझन

दोनों गठबंधन अपनी-अपनी आंतरिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं। एनडीए में जहां छोटे सहयोगियों की मांगें सिरदर्द बनी हुई हैं, वहीं इंडिया एलायंस में भी दलों की बड़ी-बड़ी दावेदारियां तालमेल की राह मुश्किल कर रही हैं। चुनाव कार्यक्रम घोषित होने से पहले दोनों गठबंधनों के सामने सबसे बड़ी चुनौती सीट शेयरिंग का फार्मूला तय करना है। बता दें कि, चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि सभी सरकारी कामों को 6 अक्टूबर से पहले निपटा लिया जाए। जिससे माना जा रहा है कि 6 अक्टूबर के बाद विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है। नवंबर माह में मतदान और परिणाम घोषित होगा।