Bihar Election 2025: महागठबंधन में नहीं हुआ सीट शेयरिंग, पहले चरण के नामांकन के बाद इन सीटों पर 8 प्रत्याशी आमने-सामने, अब क्या करेंगे तेजस्वी

Bihar Election 2025: पहले चरण के नामांकन के बाद भी महागठबंधन में सीट शेयरिंग नहीं हो पाया है। पहले चरण के नामांकन के बाद महागठबंधन के 8 प्रत्याशी आमने-सामने हैं। महागठबंधन में फंसा पेंच कहीं ना कहीं तेजस्वी को मुश्किल में ला सकता है...

महागठबंधन के 8 प्रत्याशी आमने-सामने - फोटो : social media

Bihar Election 2025:  बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। पहले चरण के नामांकन के बाद भी महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नहीं बनी है। पहले चरण के नामांकन के बाद महागठबंधन के 8 प्रत्याशी आमने-सामने हैं। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुक्रवार को समाप्त हो गई, लेकिन महागठबंधन (RJD, कांग्रेस, CPI, VIP आदि) अब तक सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा नहीं कर सका है। नामांकन की अंतिम तारीख बीतने के बावजूद पार्टियों के बीच समझौते की तस्वीर साफ नहीं हो पाई है।

महागठबंधन में तकरार 

महागठबंधन के घटक दलों में सीटों को लेकर अंदरूनी मतभेद चरम पर हैं। कांग्रेस ने अब तक 48 उम्मीदवारों, जबकि भाकपा माले (CPIML) ने 18 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पहले चरण में ही आठ सीटों पर महागठबंधन के सहयोगी दल एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। इनमें 5 सीटों पर RJD और कांग्रेस दोनों ने उम्मीदवार उतारे हैं। 3 सीटों पर कांग्रेस और वामदल (CPI या CPIML) आमने-सामने हैं। वहीं एक सीट पर VIP और RJD के प्रत्याशी भिड़ रहे हैं।

महागठबंधन में नहीं हो रही सुलह

गौरतलब हो कि, पटना से लेकर दिल्ली तक पिछले 10 दिनों से सीट शेयरिंग पर लगातार बैठकों और फोन कॉल्स का दौर चलता रहा। राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई रूठे नेताओं को मनाने की कोशिश की, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। आखिरी समय में स्थिति यह बन गई कि पार्टियां बिना आधिकारिक सूची जारी किए सिंबल बांटती रहीं और उम्मीदवारों ने जल्दबाजी में नामांकन दाखिल कर दिया।

डिप्टी सीएम की मांग पर अड़े सहनी

वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने शुक्रवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि हमें राज्यसभा नहीं जाना है, मुझे डिप्टी सीएम बनना है। मैं विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन महागठबंधन की सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत से काम करूंगा। दरअसल, सहनी पहले दरभंगा की गौराबौराम सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे, लेकिन अंतिम समय में उन्होंने खुद को चुनावी दौड़ से बाहर कर लिया और अपने भाई संतोष सहनी को उम्मीदवार बना दिया।

सहनी ने ठुकराया प्रस्ताव 

इसके अलावा उन्होंने औराई से भोगेंद्र सहनी, दरभंगा शहरी से उमेश सहनी, और गोपालपुर से प्रेम शंकर यादव को मैदान में उतारा है। सूत्रों के अनुसार, VIP को 15 सीटें, साथ ही राज्यसभा और दो MLC सीटों का ऑफर मिला है, हालांकि सहनी ने राज्यसभा प्रस्ताव ठुकरा दिया है।

RJD ने बाहुबली मुन्ना शुक्ला की बेटी को दिया टिकट

महागठबंधन के भीतर RJD ने भी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करना शुरू कर दिया है। लालगंज सीट से पार्टी ने बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को टिकट दिया है। शिवानी शुक्रवार को अपनी मां अन्नु शुक्ला के साथ राबड़ी आवास पहुंचीं और सिंबल लेने के बाद सीधे नामांकन दाखिल किया। नामांकन के बाद बाहर निकलते वक्त अन्नु शुक्ला भावुक नज़र आईं। उसी सीट पर कांग्रेस ने आदित्य कुमार राजा को प्रत्याशी बनाया है यानी लालगंज में भी महागठबंधन की अंदरूनी टक्कर तय है।

इन सीटों पर आमने सामने महागठबंधन के कैंडिडेट्स

वैशाली से राजद की ओर से अजय कुशवाहा को टिकट दिया गया है तो वहीं कांग्रेस ने संजीव कुमार को टिकट दिया है। तारापुर से राजद ने अरुण शाह को सिंबल दिया है तो वहीं वीआईपी ने सकलदेव बिंद ताल ठोक रहे हैं। बेगूसराय के बछवाड़ा में सीपीआई ने अवधेश राय को टिकट दिया है तो वहीं कांग्रेस ने गरीब दास को उम्मीदवार बनाया है। गौरा बौराम में राजद ने अफजल अली को तो वीआईपी ने संतोष सहनी को उम्मीदवार बना दिया है। लालगंज से कांग्रेस उम्मीदवार आदित्य राजा के सामने राजद ने मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को उम्मीदवार बनाया है। कहलगांव से राजद प्रत्याशी रजनीश यादव के सामने कांग्रेस के प्रवीण कुशवाहा हैं। राजापाकड़ से सीपीआई के मोहित पासवान मैदान में हो तो वहीं कांग्रेस की ओर प्रतिमा दास ताल ठोक रही हैं। रोसड़ा से सीपीआई उम्मीदवार लक्ष्मण पासवान के सामने कांग्रेस ने बीके रवि को उम्मीदवार बना दिया है। यानी कुल मिलाकर एनडीए के बजाय महागठबंधन के दल आपस में ही लड़ रहे हैं।