Bihar Election 2025: राजद की रितु जायसवाल ने फूँका विद्रोह का बिगुल, गद्दारों को पुरस्कृत करते हैं लालू- तेजस्वी
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजद की रितु जायसवाल ने विद्रोह का बिगुल फूंक दी है। रितु जायसवाल ने लालू-तेजस्वी पर गद्दारों को पुरस्कृत करने का आरोप लगाया है....
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में भारी बवाल देखने को मिल रहा है। महागठबंधन के सभी दल आपस में भिड़ गए हैं। महागठबंधन में ना ही सीट शेयरिंग पर सहमति बनी है और ना ही अभी तक किसी पार्टी ने आधिकारिक रुप से अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। बस सिंबल बांटे जा रहे हैं। कई सीटों पर तो महागठबंधन के दो दल अपने प्रत्याशी को उतार दिए हैं। ऐसे में एनडीए गठबंधन से भिड़ने के बजाए महागठबंधन के दल आपस में ही भिड़ गए हैं। बीते दिन हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम ने इंडिया गठबंधन से नाता तोड़ दिया और 6 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया तो वहीं कई विधायक भी अपनी अपनी पार्टी को छोड़ रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पार्टी में भी भगदड़ की स्थिति है।
रितु जायसवाल ने फूंका बिगुल
इसी बीच राजद की रितु जायसवाल ने भी विद्रोह का बिगुल फूंक दिया है। रितु जायसवाल ने लालू यादव और तेजस्वी यादव पर इलजाम लगाया है कि वो गद्दारों को पुरस्कृत करते हैं। रितु जायसवाल ने देर रात सोशल मीडिया पर पोस्ट परिहार की जनता के नाम संदेश भेजा। उन्होंने लिखा कि, कल शाम जैसे ही यह चर्चा फैली कि मुझे परिहार से टिकट न देकर बेलसंड से दिए जाने की संभावना है, परिहार की जनता के असंख्य फोन और फेसबुक-ट्विटर पर संदेश आने लगे। सबकी एक ही अपील थी – “मैडम, परिहार को मत छोड़िए।”
इन पर लगाया इल्जाम
उन्होंने आगे लिखा कि, पिछले पाँच वर्षों से मैंने परिहार की मिट्टी, यहाँ के लोगों के सुख-दुख, संघर्ष और उम्मीदों को बहुत करीब से महसूस किया है। आज परिहार की बदहाल स्थिति के लिए वर्तमान BJP विधायक गायत्री देवी ही नहीं, बल्कि पूर्व विधायक डॉ. रामचंद्र पूर्वे जी भी समान रूप से जिम्मेदार हैं। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि डॉ. पूर्वे ने पिछले विधानसभा चुनाव में, राजद के एमएलसी रहते हुए, पार्टी से गद्दारी की थी। इसी कारण मुझे मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। आज जब पार्टी ने डॉ. पूर्वे जी की बहू को परिहार से टिकट दिया है, तो यह उनकी गद्दारी का पुरस्कार जैसा प्रतीत होता है।
अन्य विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाना आत्मा को स्वीकार नहीं
आगे उन्होंने कहा कि, परिहार को छोड़कर किसी अन्य क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ना मेरी आत्मा को स्वीकार नहीं। इसलिए मैंने पार्टी नेतृत्व को साफ तौर पर अवगत करा दिया है कि यदि पार्टी किसी मजबूरीवश अपना निर्णय नहीं बदलती है, तो मैं परिहार से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगी। यह निर्णय आसान नहीं है, पर यह मेरे मन की आवाज़ है और परिहार की जनता की भावनाओं का सम्मान भी।