Bihar Election 2025: NDA से बाहर होंगे उपेंद्र कुशवाहा! आज पार्टी नेताओं के साथ बुलाई आपात बैठक, देर रात बेरंग वापस लौटे थे बीजेपी के दिग्गज

Bihar Election 2025: एनडीए में सीट बंटवारे से नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है। उपेंद्र कुशवाहा ने देर रात बयान दिया कि एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं है। वहीं अब कुशवाहा ने पार्टी नेताओं के साथ इमरजेंसी बैठक बुलाई है...

एनडीए छोड़ेंगे कुशवाहा? - फोटो : social media

Bihar Election 2025: बिहार की राजनीति के लिए आज का दिन अहम है। आज शाम तक फाइनल हो जाएगा कि एनडीए गठबंधन में टूट होगी या नहीं? एनडीए में टूट की खबर से सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है। देर रात रालोमो प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने सियासी बवाल मचाने वाला बयान दिया। वहीं आज सुबह उन्होंने अपनी पार्टी नेताओं के साथ आपत बैठक बुला ली। माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा आज एनडीए को छोड़ने का निर्णय ले सकते हैं। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी ने देर रात सोशल मीडिया पर ट्विट कर इमरजेंसी बैठक की सूचना दी। 

रालोमो की इमरजेंसी बैठक आज 

राष्ट्रीय लोक मोर्चा दल के आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि, "पार्टी के पटना स्थित कैंप कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय उपेन्द्र कुशवाहा जी की अध्यक्षता में आज दिनांक 15/10/2025 को दिन के 12:30 बजे पार्टी के साथियों के साथ एक आपात बैठक निर्धारित की गई है"। इस बैठक में कुशवाहा एनडीए को टेंशन देने वाला निर्णय ले सकते हैं। बता दें कि एनडीए में सीट बंटवारे के बाद से ही उपेंद्र कुशवाहा नाराज चल रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने सीट शेयरिंग के बाद अपने कार्यकर्ताओं से माफी मांगी थी और वहीं उन्होंने बीती रात सबसे बड़ा बयान दिया है। 

बेरंग लौटे बीजेपी के दिग्गज 

दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी को लेकर बीती रात उन्होंने मानने के लिए बीजेपी के कई दिग्गज नेता उनके आवास पर पहुंचे। बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय देर रात कुशवाहा से मिले, लेकिन उन्हें बेरंग की वापस लौटना पड़ा। बीजेपी नेताओं के जाने के बाद रालोमो ने आपात बैठक बुला ली। आज 12.30 से पार्टी की इमरजेंसी बैठक होगी। जिसके बाद ही चीजें साफ हो पाएगी। वहीं बीती रात उपेंद्र कुशवाहा ने बड़ा बयान भी दिया। 

एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं 

मीडिया से बातचीत के दौरान कुशवाहा ने कहा कि "जो सवाल आप मुझसे पूछ रहे हैं, वही सवाल सम्राट चौधरी और नित्यानंद राय से पूछिए।"  उनसे पूछा गया कि आप नाराज हैं क्या तो उन्होंने कहा कि नाराज होने या खुश होने की बात नहीं है। इसी बीच उपेंद्र कुशवाहा ने एक ऐसा बयान दिया जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, This time nothing is well in NDA...यानी उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस समय एनडीए में कुछ भी ठीक नहीं है। वहीं, जब पत्रकारों ने बीजेपी नेताओं से इस पर सवाल किया तो उन्होंने बिना जवाब दिए हाथ जोड़कर आगे बढ़ना ही बेहतर समझा।

एनडीए में टूट 

उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान ने सियासी गलियारों में तुफान मचा दी है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट शेयरिंग का ऐलान हो चुका है, लेकिन सहयोगी दलों में मनमुताबिक सीट न मिलने से असंतोष जारी है। दूसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के बावजूद भी एनडीए में मतभेद गहराते जा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या बिहार में एनडीए गठबंधन पूरी तरह टूटने की कगार पर है?

पहले भी जाहिर की थी नाराजगी

उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए में सीट शेयरिंग होने के तुरंत बाद अपनी नाराजगी जता दी थी। एनडीए की सीट बंटवारे को देख तो जदयू-बीजेपी 101 सीट, लोजपा(रा)-29, हम और रालोमो-6 सीट पर चुनाव लड़ेगी। सीट बंटवारे के बाद से ही कुशवाहा नाराज थे। कुशवाहा ने ट्विट कर कहा कि, प्रिय मित्रों/साथियों, आप सभी से क्षमा चाहता हूं। आपके मन के अनुकूल सीटों की संख्या नहीं हो पायी। मैं समझ रहा हूं, इस निर्णय से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होने की इच्छा रखने वाले साथियों सहित हजारों - लाखों लोगों का मन दुखी होगा। आज कई घरों में खाना नहीं बना होगा। परन्तु आप सभी मेरी एवं पार्टी की विवशता और सीमा को बखूबी समझ रहे होंगे। किसी भी निर्णय के पीछे कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जो बाहर से दिखतीं हैं मगर कुछ ऐसी भी होती हैं जो बाहर से नहीं दिखतीं। हम जानते हैं कि अन्दर की परिस्थितियों से अनभिज्ञता के कारण आपके मन में मेरे प्रति गुस्सा भी होगा, जो स्वाभाविक भी है। आपसे विनम्र आग्रह है कि आप गुस्सा को शांत होने दीजिए, फिर आप स्वयं महसूस करेंगे कि फैसला कितना उचित है या अनुचित। फिर कुछ आने वाला समय बताएगा। फिलहाल इतना ही।  सधन्यवाद। आपका, उपेन्द्र कुशवाहा "। जिसके बाद कुशवाहा ने एक शायरी भी पोस्ट की। उन्होंने लिखा कि, "आज बादलों ने फिर साजिश की, जहां मेरा घर था वहीं बारिश की । अगर फलक को जिद है बिजलियां गिराने की, तो हमें भी जिद है वहीं पर आशियां बसाने की"।