मेरा कसूर तो बता दो मां!…: सडक़ किनारे नवजात को लावारिस छोड़ गई पाषाण ह्रदयी मां, चाइल्ड लाइन ने बचाया
पाषाण ह्रदयी मां ने ममता को कलंकित करते हुए नवजात को सड़क पर छोड़ दिया. गनीमत कि सड़क किनारे पड़े एक नवजात पर सुबह टहलने निकले कुछ युवाओं की नजर पड़ी और बच्चे की जान बच गई
एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक अज्ञात महिला ने नवजात शिशु को सड़क पर छोड़कर मां होने का कर्तव्य भूल गई। यह घटना कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के सोंधी गांव के समीप यादव मोड़ पर हुई।
सुबह टहलने निकले कुछ युवकों ने सड़क किनारे पड़े इस नवजात को देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम ने गांव की एक महिला विद्या देवी को नवजात के साथ अपने घर ले जाते हुए पाया। महिला को नवजात सहित अनुमंडल अस्पताल मोहनिया लाया गया।
अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर धर्मेन्द्र कुमार ने नवजात का स्वास्थ्य परीक्षण किया और बताया कि नवजात स्वस्थ है। इलाज के बाद नवजात को चाइल्ड लाइन की टीम के हवाले कर दिया गया, जिन्होंने उसे भभुआ सदर अस्पताल रेफर किया।
जानकारी के अनुसार, सुबह टहलने निकले कुछ युवकों की नजर इस नवजात पर पड़ी। उन्होंने तुरंत गांव की एक महिला विद्या देवी को इसकी सूचना दी। विद्या देवी ने मानवता दिखाते हुए नवजात को अपने साथ घर ले गई। लेकिन कुछ ही देर बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और नवजात को विद्या देवी से लेकर अस्पताल पहुंचाया।
अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर धर्मेन्द्र कुमार ने नवजात का स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉक्टर ने बताया कि नवजात स्वस्थ है। प्राथमिक उपचार के बाद चाइल्ड लाइन की टीम नवजात को भभुआ सदर अस्पताल रेफर कर रही है, जहां नवजात को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
रिपोर्ट- देव कुमार तिवारी