Muzaffarpur News - सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट नल जल योजना का पलीता लगानेवाला वार्ड सचिव हुआ गिरफ्तार, लाखों रुपए का किया था गबन

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे महत्वकांक्षी योजना में से एक नल जल योजना में घोटाला करने वाला वार्ड सचिव को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के गयाघाट प्रखंड के बेनीबाद थाना क्षेत्र का है।

घोटालेबाज गिरफ्तार

Muzaffarpur News-  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे महत्वकांक्षी योजना में से एक नल जल योजना में घोटाला करने वाला वार्ड सचिव को पुलिस ने  गिरफ़्तार किया है।  पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के गयाघाट प्रखंड के बेनीबाद थाना क्षेत्र का है।  जहां गुरुवार की रात्रि बेनीबाद थाना क्षेत्र के बेनीबाद गांव से नल जल योजना के लाखो रुपए राशि गबन मामले के आरोपी वार्ड प्रबंधन समिति के सचिव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मामले को लेकर बेनीबाद थानाध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि गायघाट प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा वर्ष जुलाई माह में कांड संख्या 255/ 2021 में बेनीबाद गांव के वार्ड  प्रबंधन समिति के सचिव सुल्तान हैदर (53)वर्षीय के विरुद्ध नल जल योजना की राशि में गबन को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराया था। अब मामले में वार्ड सचिव को गिरफ़्तार किया गया है

बता दें कि बिहार सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक हर घर नल का जल मुजफ्फरपुर जिले में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। यहां की 70 पंचायतों में करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी लोगों को पेयजल नहीं मिल रहा। या तो किसी पंचायत में पूर्ण रूप से काम नहीं हुआ और कुछ जगहों पर हुआ तो वह खराब पड़ा हुआ है पंचायत जनप्रतिनिधि, वार्ड क्रियान्वयन समिति एवं एजेंसी पूरे योजना में मिलकर जमकर अनियमितता की है।

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर जिले की 373 पंचायतों में कुल 5108 वार्ड हैं। हम बात करें तो औसतन हर एक पंचायत में 12 से 13 वार्ड हैं। प्रत्येक वार्ड में नल-जल योजना के लिए करीब 14 लाख रुपये की निकासी की गई। इस हिसाब से लगभग  सात अरब 15 लाख रूपए खर्च किया गया जो अनुमानित है  

मामले को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी पूर्वी अमित कुमार ने बताया है कि बिहार सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना में से एक नल जल योजना में घोटाला करने वाले वार्ड सचिव के खिलाफ प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी अब उस मामले में वार्ड सचिव को गिरफ़्तार किया गया है।

मुजफ्फरपुर से मणिभूषण शर्मा की रिपोर्ट 

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