Parliament News : लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, हंगामा करने वाले सांसदों को स्पीकर की दो टूक, अब संसद में नहीं कर सकेंगे यह काम
संसद में कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच हुई धक्कामुक्की के बाद ओम बिरला ने बड़ा फैसला लिया है. अब संसद के गेट के सामने प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी गई है. वहीं सदन की कार्यवाही भी शुक्रवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई.
Parliament News : संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जोरदार हंगामा होने लगा. इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी. साथ ही उन्होंने सांसदों को दो टूक कहा कि सदन में हंगामा और प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. यह सदन की गरिमा के खिलाफ है.
वहीं स्पीकर ने एक बड़े फैसले के तहत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के गेट पर विरोध प्रदर्शन पर रोक लगा दी है. एक दिन पहले संसद में कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच हुई धक्कामुक्की के बाद ओम बिरला ने यह फैसला लिया है. एक दिन पहले संसद के गेट पर प्रदर्शन के दौरान ही भाजपा और कांग्रेस के सांसद आपस में भिड़े थे. इस दौरान भाजपा के दो सांसद चोटिल हुए जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया.
बीजेपी की फासीवादी विचारधारा
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा बीजेपी की यह फासीवादी विचारधारा कल सामने आई है। जिस तरह से उन्होंने बहुत बेशर्मी से अंबेडकर जी का अपमान किया है, मैं कहूंगा, जिस तरह से उन्होंने उनका अपमान किया है, उससे ये लोग भड़क गए और संसद के मुख्य द्वार पर लाठी पर बैनर और पोस्टर लेकर खड़े हो गए। सैकड़ों लोग वहां खड़े थे। और जब हमारी महिला सदस्य अंदर जाने लगीं, तो हमारे बुजुर्ग मल्लिकार्जुन खड़गे भी गिर पड़े। मैंने अपने जीवन में पहली बार ऐसा देखा।
"विशेषाधिकार हनन" नोटिस
वहीं बीजेपी के निशिकांत दुबे ने संविधान पर बहस के दौरान अमित शाह के राज्यसभा भाषण को कथित रूप से गलत तरीके से पेश करने के लिए राहुल गांधी के खिलाफ "विशेषाधिकार हनन" नोटिस पेश किया है। वहीं ओडिशा भाजयुमो अध्यक्ष अविलाश पांडा ने कहा कि अगर राहुल गांधी देश के सामने माफी नहीं मांगते हैं तो हम उन्हें ओडिशा में पैर रखने की अनुमति नहीं देंगे ।
राहुल गांधी जैसा अराजक और झूठा विपक्ष नहीं देखा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि "देश की राजनीति में, हमने पहले कभी राहुल गांधी जैसा अराजक और झूठा विपक्ष नहीं देखा। उन्होंने प्रताप सारंगी को धक्का दिया, गुंडागर्दी की और जब उन्हें लगा कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होने वाली है, तो उन्होंने झूठ बोलना शुरू कर दिया। मुझे आश्चर्य है कि (मल्लिकार्जुन) खड़गे जी, जो इतने वरिष्ठ नेता हैं, गलत बयान क्यों दे रहे हैं।