पीएमसीएच में 180 एमबीबीएस छात्रों को किया गया सस्पेंड, ओपीडी सेवा बाधित का आरोप

PATNA : पीएमसीएच में मेडिकल छात्रों पर आज बड़ी कार्रवाई की गयी है। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ओपीडी बंद कराकर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले 180 एमबीबीएस स्टूडेंट्स को सस्पेंड कर दिया गया है। अब वह 15 दिनों तक न तो क्लास कर पाएंगे और न ही हॉस्टल में ही एंट्री पाएंगे। पटना मेडिकल कॉलेज में पहली बार ऐसा हुआ है, जब एक साथ 180 एमबीबीएस स्टूडेंट्स को 15 दिनों के लिए सस्पेंड किया गया है। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी ने इस संबंध में पटना डीएम के साथ स्वास्थ्य विभाग को भी लिखित सूचना दे दी है। पीएमसीएच में महामारी के वक्त मरीजो की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इस बीच एमबीबीएस के छात्रों द्वारा ओपीडी सेवा बाधित करने से मरीजो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

छात्रों का आरोप है कि आर्यभट्‌ट ज्ञान विश्वविद्यालय की तरफ से मनमानी की गई है। जिससे उनके सामने समस्या आई है। आरोप है कि लगभग डेढ़ साल के लंबे इंतजार के बाद आर्यभट्‌ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने MBBS फर्स्ट ईयर के छात्रों की परीक्षा लेने की तैयारी की और सबको पटना आकर परीक्षा देने का तुगलकी फरमान जारी किया।

कोरोना, भय और अनिश्चितता के माहौल में बच्चे बिना किसी विरोध के परीक्षा देने को तैयार हुए। इसके बाद, हाल में ही बदले पैटर्न के बीच AKU ने मनमाने ढंग से परीक्षा ली। पूरा साल ऑनलाइन पढ़ाकर लगभग एक पेपर में 22 प्रश्न पूछे गए। 18 मार्च को खत्म हुई परीक्षा का रिजल्ट 30 अगस्त को आया। छात्रों का कहना है कि बच्चे सेकेंड ईयर शुरू कर चुके थे और रिजल्ट ने उनके होश उड़ा दिए। पहली बार ऐसा हुआ जब 1147 में 447 छात्रों को फेल कर दिया गया। 

पटना से अनिल की रिपोर्ट