बेतिया से कमाने के लिए मालदीव गए मजदूर की हुई मौत, परिजनों में मचा कोहराम

बेतिया से कमाने के लिए मालदीव गए मजदूर की हुई मौत, परिजनों में मचा कोहराम

BETTIAH: बिहार में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है। लोग घर बार छोड़कर पेट के लिए अपना ठौर छोड़ कर प्रवासी बनजाते हैं। सुख दुख में वे नितांत अकेले होते हैं। ऐसा हीं एक मामला प•चम्पारण के बेतिया मुफस्सिल थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहां के निवासी रोजी रोटी के लिये पहले तो एजेंट का हाथ पैर पकड़ा। मोटी रकम लेकर एजेंट ने उसे मालद्वील भेज दिया। वह वहां मजदूरी करने लगा।

इसी बीच स्वास्थ्य ने उसके साथ दगा कर दिया और वह बीमार रहने लगा। इस बार बीमार पड़ा तो उसे इलाज तक मयस्सर नहीं हो सका। बीमारी की खबर मिलते हीं परिजनों ने एजेंट को बार बार फोन पर संपर्क करने की कोशीश की, लेकिन उसके कान पर जू तक नहीं रेंगा और वहीं मजदूर की मौत हो गई। मालदीव से मजदूर का शव पहुंचते ही इलाके में कोहराम मच गया तो परिजनों ने एजेंट पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

बेतिया के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बरवत सेना मे मालद्वीप से मजदूर का शव पहुँचते ही परिजनों मे कोहराम मच गया.परिजनों के चीत्कार से पूरा गाँव गमगीन  हो उठा. विदेश में मजदूरी करने के दौरान राजेश यादव की मौत हो गयी.एक एजेंट के माध्यम से राजेश को मालदीप में मजदूरी करने भेज दिया गया था।

परिजनों का आरोप है कि वहां इलाज को लेकर किसी भी प्रकार के व्यवस्था नहीं थी जिस कारण मजदूर कि मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि राजेश यादव की तबियत बिगड़ने पर एजेंट से बार बार फोन से संपर्क किया गया लेकिन एजेंट ने मजदूर और उनके परिजनों के फोन का कोई जवाब नहीं दिया। राजेश यादव अपने घर पर बार बार फोन कर बता रहा था कि मेरी तबियत काफी बिगड़ गई है और एजेंट मेरे फोन का कोई जवाब नही दे रहा है। परिजनों ने एजेंट पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। मृतक के पांच बच्चे हैं जिनमे चार पुत्री एक पुत्र हैं। मृतक की पत्नी रिंकी देवी और उनके बच्चों का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं गांव के लोग विदेश भेजने वाले एजेंट को कोस रहे हैं।

बेतिया से आशीष की रिपोर्ट

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