बिहार में फ़रवरी के बाद आज तक नहीं हुई लोकायुक्त के साथ सदस्यों के नियुक्ति, वादों की नहीं हो रही सुनवाई

PATNA : भारत में भ्रष्टाचार के बड़े बड़े मामलें में प्रभावशाली लोग लिप्त रहते हैं। इस प्रकार के मामलों को देखने के लिए लोकायुक्त के संस्था की स्थापना की गई है।  लेकिन बिहार में फरवरी,2022 से लोकायुक्त व अन्य सदस्यों के पद रिक्त पड़े हैं। इसकी स्थापना सरल व त्वरित न्याय दिलाने के लिए की गई है।


इस दौरान लगातार पीड़ित लोगों द्वारा मामलें दायर किये जा रहे हैं, लेकिन इन महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियां नहीं होने के कारण बड़े पैमाने पर मामलें सुनवाई के लिए लंबित पड़े हैं। इससे वादों का निपटारा नहीं हो पा रहा हैं।

लोगों में असंतोष की भावना लगातार बढ़ रही हैं। राज्य सरकार को लोकायुक्त समेत अन्य रिक्त पदों को शीघ्र भरे जाने की जरूरत हैं,ताकि इन मामलों का निपटारा हो सके और लोगों को न्याय मिल सके।