आसमान में आमने-सामने से टकरा गए वायुसेना के सुखाई-30 और मिराज-2000 फाइटर प्लेन, विंग कंमाडर हनुमंत सारथी की मौत

DESK : आम तौर पर सड़कों पर गाड़ियों की कई बार टक्कर होने की घटना होती है। लेकिन बीते शनिवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में लोगों ने आसमान में दो फाइटर जेट को टकराते हुए देखा। घटना सुबह करीब साढ़े दस बजे के आसपास की है, जब एयरफोर्स के दो फाइटर प्लेन सुखाई-30 और मिराज-2000 फाइटर जेट आपस में टकराकर क्रैश हो गए। सुखोई में दो और मिराज में एक पायलट सवार था। हादसे में सुखोई के दोनों पायलट सुरक्षित निकलने में कामयाब रहे, लेकिन मिराज के पायलट की मौत हो गई।

हादसे के बाद से एक फाइटर प्लेन का हिस्सा मुरैना की तरफ और दूसरा भरतपुर के पिंगोरा रेलवे स्टेशन से महज 1 किलोमीटर दूर खेत में गिरा है। मौके पर जो हालात मिले, वो हैरान कर देने वाले थे। फाइटर प्लेन इतने टुकड़ों में बंट चुका था कि एक बार अफसर भी पता नहीं लगा पाए आखिर ये किस प्लेन के पुर्जे हैं। ये प्लेन 90 KM तक बिना किसी पायलट के उड़ता हुआ सीधे भरतपुर की सीमा में आ घुसा और यहां पिंगोली रेलवे स्टेशन के आगे क्रैश हो गया।

ग्रामीणों ने बताया कि मुरैना के पहाड़गढ़ के जंगल के ऊपर ही दोनों विमान टकराए थे. इस दौरान एक प्लेन में धमाके के साथ आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि दोनों विमानों का मलबा पहाड़गढ़ से करीब चार किलोमीटर दूर 500-800 मीटर के क्षेत्र में बिखरा पड़ा था और उसमें आग लग गई थी आसपास के लोगों ने मिट्टी डालकर दोनों विमानों में लगी आग को बुझाने की कोशिश की। घटना के बाद मौके पर करीब 15 गांवों से 1500 लोग पहुंच गए।

हादसे में विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी की चली गई जान

अधिकारियों ने बताया कि मिराज के पायलट की पहचान विंग कमांडर हनुमंत राव सारथी के रूप में हुई है. मिराज-2000 सिंगल-सीटर जेट है, उसे विंग कमांडर सारथी उड़ा रहे थे. उनकी जान चली गई है

जंगल में पैराशूट से उतरते दिखेपायलट

पहाड़गढ़ के लोगों ने बताया कि जब घटना हुई, उस समय वह लोगों के साथ खड़े थे। आसमान में जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। इसके बाद आग जैसे गोले नीचे आते दिखाई दिए। जंगल की तरफदो पैराशूट उतर रहे थे।

जांच के लिए दिए गए आदेश

इस मामले में रक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि संभव है कि रूस द्वारा डिजाइन किए गए सुखोई-30 एमकेआई जेट और फ्रांसीसी मिराज-2000 के बीच हवा में टक्कर हुई हो। उन्होंने कहा कि हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस दौरान सुखोई विमान के दो पायलट घायल हो गए, उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया है।अधिकारियों ने कहा कि दोनों विमानों के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की बरामदगी से हादसे की वजहों का पता लगाया जा सकेगा।