अरवल में कॉमरेड शाह चांद के 9 वीं स्मृति दिवस पर युद्ध विरोधी नागरिक मार्च का हुआ आयोजन, दीपांकर भट्टाचार्य सहित कई नेताओं की शिरकत
ARWAL : गाजा में तत्काल निर्दोष नागरिकों /बच्चों का जनसंघार बंद करो। शांति बहाल करो के नारे के साथ कॉमरेड शाह चांद को याद किया गया। गाजा में निर्दोष नागरिकों - बच्चों पर जारी बर्बर जनसंहांर के खिलाफ तत्काल शांति बहाली की मांग को लेकर भाकपा माले के ख्यात नेता कॉमरेड शाह चाँद का 9 वें स्मृति दिवस पर युद्ध विरोधी सभा की गयी। अरवल स्थित कर्बला मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में क्षेत्रों के बिभिन्न गाँवों के मजदूर -किसानों के साथ इंडिया गठबंधन के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभा से अरवल ब्लॉक परिसर के समीप युद्ध विरोधी नागरिक मार्च निकाला गया। मार्च का नेतृत्व भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव कॉमरेड दीपांकर भट्टाचार्य ,माले पॉलित ब्यूरो सदस्य व अखिल भारतीय किसान महासभा के महासचिव कॉमरेड राजाराम सिंह ,पार्टी मगध जोन प्रभारी कॉमरेड अमर ,अरवल माले विधायक कॉमरेड महानन्द सिंह ,तरारी विधायक कॉमरेड सुदामा प्रसाद ,व पालीगंज के विधायक कॉमरेड संदीप सौरभ समेत अरवल जिला सचिव कॉमरेड जितेंद्र यादव व रवीद्र यादव के अलावे कई वरिष्ठ नेताओं ने किया।
कॉमरेड शाह चाँद स्मृति संकल्प सभा व "युद्ध विरोधी सभा की शुरुआत कॉमरेड शाह चाँद समेत गाजा में मारे जा रहे मासूम बच्चों -नागरिकों की स्मृति में एक मिनट की मौन श्रद्धांजली व शाह चाँद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर शुरू की गयी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता माले महसचिव कॉमरेड दीपांकर भट्टाचार्य ने अरवल की जनता को धन्यवाद दिया कि आज उन्होने कॉमरेड शाह चाँद के संघर्ष कि विरासत को विस्तार देते हुए -कहा कि गाजा में इजराइयल द्वारा निर्दोष नागरिक -बच्चों को जारी जनसंहांर रोकने और तत्काल युद्ध बंद कर अमन बहाली की मांग को लेकर सड़कों पर मार्च निकालकर मांग उठाई है। साथ ही यह भी कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर दुनिया के अधिकांश देशों ने इज़राईल द्वारा गाजा में किए जा रहे जनसंहार के खिलाफ खड़े हो रहे है तो इस प्रस्ताव के पक्ष में खड़े नहीं होकर देश के प्रधानमंत्री ने हिंदोस्तान ,जो वर्षों से फिलिस्तीन का समर्थक रहा है। उसे शर्मशार कर अपने पड़ोसियों तक से अलग -अलग कर दिया है। उन्होने ये भी कहा कि अमरिका के शह पर इज़राईल आज फिलिस्तीन में जबरन घुसकर वहाँ के लोगों को अपने ही देश में गुलाम बनाए हुए है। जिसके खिलाफ आज पूरी दुनिया के लोग आवाज उठा रहे है ।
कॉमरेड दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि कॉमरेड शाह चाँद के संघर्षों की चर्चा करते हुए कहा कि जैसे एक समय में माले को मिटाने के लिए जनसंघार और माले नेताओं की फर्जी मुकदमों में गिरफ्तारी का सिलसिला चलाया गया था ,लेकिन माले नहीं मिटी। कॉमरेड शाह चाँद जनता के जिन सवालों को लेकर भाकपा माले के झंडे तले संघर्ष किया -और जो हमला माले पर किया गया । आज सत्ता का वहीं हमला पूरे विपक्ष को मिटाने के लिए किया जा रहा है। सत्ता का दमन क्या होता है ,माले सबसे अधिक जानती है। इसलिए वह गाजा में फिलिस्तीन की जनता पर हो रहे दमन को समझती है। इधर देश में मणिपुर जल रहा है। लेकिन मोदी और उनकी सरकार को कोई चिंता नहीं । इज़राईल के प्रधानमंत्री की वे भी भारत में हमास पर हिन्दू -मुसलमान की चुनावी राजनीति कर रहे है। 2024 का चुनाव सामने है और बिलकुल आर -पार की लड़ाई है। जैसा माहौल है देश की आजादी के आंदोलन से हासिल सविंधान और लोकतन्त्र को खत्म करने पर मोदी सरकार है जो आरएसएस के खतरनाक एजेंडों को लागू कर जैसे फिलिस्तीन में अमेरिका ने इज़राईल को घुसाया। भारत के मोदी सरकार खेती किसानी में अडानी -अंबानी को घुसाकर पूरे देश का निजीकरण करना चाहती है। इसलिए इंडिया गठबंधन को पूरी ताकत से सफल बनाने के लिए भाकपा माले ने भी संकल्प लिया है कि -मिलकर लड़ेंगे और जुड़ेगा भारत जीतेगा। इंडिया के संघर्ष जनता के आपार समर्थन से जीतेगा। कॉमरेड शाह चाँद कि संघर्ष विरासत को सच्ची श्रद्धांजली होगी। सभा को संबोधित करते हुए स्थानीय सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंदर्वंशी ने कॉमरेड शाह चाँद को संघर्षमय जीवन की चर्चा की। आज के समय मे प्रदेश व देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों के वास्तविक समाधान के लिए व्यापक विपक्षी एकता का अहवान किया । तरारी से भाकपा माले विधायक कॉमरेड सुदामा प्रसाद ने शाह चाँद के अन्य सहयोगी।
सभा का संचालन करते हुए भाकपा माले अरवल के विधायक कॉमरेड महानन्द सिंह ने शाह चाँद जी के लाल झण्डा का आगुआ नायक बताते हुए उनके विचारों और सपने के लिए एकजुट होने का अह्वान किया। सभा को एआईपीएफ राज्य संयोजक कमलेश शर्मा व अरवल नगर परिषद अध्यक्ष साधना कुमारी ने भी संबोधित किया । सभा में आए लोगों का धन्यवाद ज्ञापन शाह चाँद के बेटे और अरवल जिला परिषद सदस्य शाह शाद ने किया ।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अरवल शहर के गण्यमान्य नागरिक समाज के लोग शामिल हुए ।
अरवल से कुंदन की रिपोर्ट