बिहार बीजेपी में हुआ बड़ा बदलाव... प्रधानमंत्री मोदी के सबसे करीबी को दी गई सबसे अहम जिम्मेदारी

पटना. बिहार में भाजपा को मजबूत करने की पहल के तहत बुधवार को एक बार फिर से बड़ा बदलाव देखने को मिला. भाजपा ने सुनील ओझा को बिहार प्रदेश भाजपा का सह प्रभारी नियुक्त किया है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सुनील ओझा को बिहार का सह-प्रभारी नियुक्त किया है. वे अब से पहले उत्तर प्रदेश में सह प्रभारी के पद पर कार्यरत थे.

सुनील ओझा अब तक बनारस में पीएमओ का कार्य देखते थे. अभी यूपी भाजपा प्रदेश सह प्रभारी थे. वहीं अब उन्हें बिहार में बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए राज्य भाजपा का नया सह प्रभारी नियुक्त किया गया है. अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव और उसके बाद के विधानसभा चुनाव के पूर्व भाजपा में यह बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है. 

पिछले सप्ताह ही बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सम्राट चौधरी को नियुक्त किया गया था. उनके बाद बिहार भाजपा के संगठन को मजबूत करने की दिशा में यह बड़ा निर्णय माना जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में पीएमओ का कार्य देखने के कारण सुनील ओझा को पीएम मोदी के खास लोगों में माना जाता है. वे अब उत्तर प्रदेश की भांति ही बिहार में पार्टी को सशक्त करने की दिशा में काम कर सकते हैं. 

सुनील ओझा मूल रूप से गुजरात के हैं. ओझा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत गुजरात के भावनगर से की थी. वह दो बार भाजपा के टिकट पर भावनगर से विधायक भी चुने गए पर जब 2007 में भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो निर्दलीय चुनाव लड़े और हार गए. इसके बाद से उनके और मोदी के बीच दूरियां बढ़ गईं. हालांकि बाद में 2011 में वह एक बार फिर मोदी के करीब आ गए. उन्हें गुजरात भाजपा का प्रवक्ता बना दिया गया. जब 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी लोकसभा से चुनाव लड़ने का फैसला किया तो सुनील ओझा को वाराणसी भेजा गया. अब उन्हें बिहार में सह प्रभारी बनाकर भेजा गया है.