BPSC पेपर लीक में बड़ा खुलासा : गया डीईओ ने ही राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज में परीक्षा केंद्र के लिए की थी सिफारिश, लेटर से खुल गई DEO साहब की पोल-पट्टी

GAYA : बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक मामले में अब पूरी जांच गया जिले की तरफ घूम गई है। जिस तरह राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज से परीक्षा के पेपर लीक किए गए, उसके बाद यह सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर कैसे बिना मान्यता वाले कॉलेज में सेंटर दिया गया। इस संबंध में न्यूज4नेशन के हाथ कुछ महत्वपूर्ण लेटर हाथ लगे हैं। जो साबित करता है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी को विवादित केंद्र की पूरी जानकारी थी। डीईओ ने ही बीपीएससी की 67वीं प्रारंभिक परीक्षा सेंटर के लिए रिपोर्ट व सूची गया जिला पदाधिकारी के पास भेजी थी।डीईओ की रिपोर्ट में ही राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज का नाम दर्ज है. डीएम ने डीईओ से जानकारी मांगी और उन्होंने बिना जांचे राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज समेत 50 केंद्रों की सूची भेज दी. जबकि यह बताया जा रहा कि डीईओ को विवादित सेंटर के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। इस पत्र के सामने आने के बाद गया के डीईओ पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। 

डीईओ पर उठ रहे गंभीर सवाल 

इस पूरे प्रकरण में गड़बड़ी में जो बात सामने आई है, उससे शक और गहरा रहा है। गया डीएम ने बीपीएससी की 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा केंद्र संचालन को लेकर 30 मार्च को गया के डीईओ को पत्र भेजा था। डीएम के पत्र के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 2 अप्रैल 2022 को जिलाधिकारी को 50 परीक्षा केंद्रों की सूची,केंद्राधीक्षक के नाम, मोबाईल नंबर समेत अन्य जानकारी दी थी। इस सूची में सातवें नबंर पर राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज का नाम दर्ज है।यानी गया के डीईओ जो दावे कर रहे कि उनको इस केंद्र के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई वो बिल्कुल गलत है। गया डीईओ के पत्र से ही उनकी पूरी पोल-पट्टी खुल रही है। गया जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा 2 अप्रैल को ज्ञापांक 417 के माध्यम से बीपीएससी के 67वीं प्रारंभिक संयुक्त परीक्षा प्रतियोगिता परीक्षा के लिए सेंटरों की सूची तैयार कर डीएम के पास भेजी गई। यहां यह बात भी सामने आई है कि इन सेंटरों के वेरिफिकेशन के लिए भी डीईओ को कहा गया था। लेकिन पूर्व में हुए इन्ही सेंटरों पर परीक्षा का आयोजन होता रहा है. ऐसे में  डीईओ ने बिना जांच कराए ही पुरानी सेंटरों को फिर से परीक्षा के लिए चयनित कर लिया। हालांकि इस बार सेंटर 41 से बढ़ाकर 50 कर दिए गए। लेकिन इसमें विवादित राम शरण सिंह कॉलेज का नाम लिस्ट में बरकरार था,जो घोर लापरवाही को प्रमाणित करता है।

गया डीईओ पर जताया भरोसा

गया डीएम ने कुछ समय पहले ही जिले की जिम्मेदारी संभाली थी, उन्होंने डीईओ कार्यालय के काम पर भरोसा जाहिर किया और 2 अप्रैल को ही लेटर क्रमांक 1931 के माध्यम से बीपीएससी के संयुक्त सचिव को फॉरवर्ड कर दिया.सेंटरों को लेकर डीईओ ऑफिस से जारी लेटर और बीपीएससी को भेजी गई दोनों लेटरों में न सिर्फ सेंटरों के नाम सेम हैं, बल्कि उनके क्रमांक भी उसी तरह से लिखे गए हैं। यह दोनों लेटर न्यूज4नेशन के पास उपलब्ध है। जो बताता है कि किस  तरह से डीईओ कार्यालय से पूरी गड़बड़ी और घोर लापरवही की गई है।

बता दें कि दो दिन पहले बीपीएससी पेपर लीक मामले में जांच कर रही ईओयू की टीम ने यह खुलासा किया था कि गया में संचालित राम शरण सिंह इवनिंग कॉलेज से ही पेपर लीक किया गया था। जिसमें कॉलेज के प्रिसिंपल शक्ति कुमार को मुख्य आरोपी बताया गया था। यह भी बताया गया था कि इस कॉलेज की मान्यता 2018 में खत्म हो गई थी। वहीं शनिवार को ईओयू के पूछताछ में जिले के डीईओ ने यह कहा था कि उनसे सेंटर को लेकर डीएम ऑफिस से कोई जानकारी नहीं दी गई थी। डीईओ ने सेंटरों के चयन के लिए सीधे सीधे डीएम कार्यालय को जिम्मेदार बता दिया था।