Bihar News: नीतीश के दसवीं बार सीएम बनने पर खगड़िया के मुकेश ने शुरू की दंड यात्रा, निकला बहादुरपुर से पटना महावीर मंदिर तक संकल्प की पदयात्रा पर
Bihar News: लोकतंत्र, विश्वास और व्यक्तिगत आस्था के संगम की मिसाल पेश करते हुए मुकेश कुमार ने अपना पुराना वचन निभाया और गांव से पटना स्थित हनुमान महावीर मंदिर तक दंड यात्रा पर निकल पड़े।
Bihar News: बिहार में एनडीए सरकार के गठन और नीतीश कुमार के दसवीं बार मुख्यमंत्री बनने के बाद खगड़िया जिले के अलौली प्रखंड अंतर्गत बहादुरपुर गांव के निवासी मुकेश कुमार की आस्था और संकल्प इन दिनों चर्चा का केंद्र बन गया है। लोकतंत्र, विश्वास और व्यक्तिगत आस्था के संगम की मिसाल पेश करते हुए मुकेश कुमार ने अपना पुराना वचन निभाया और गांव से पटना स्थित हनुमान महावीर मंदिर तक दंड यात्रा पर निकल पड़े। उनका यह संकल्प बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लिया गया था, जब उन्होंने महावीर मंदिर में मन्नत मांगी थी कि यदि बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे, तो वह कठिन दंड यात्रा करते हुए पटना पहुंचेंगे।
सरकार के गठन के साथ ही मुकेश कुमार ने बिना किसी विलंब के 16 दिसंबर से अपनी आस्था से जुड़ी इस यात्रा की शुरुआत कर दी। बहादुरपुर गांव से निकलकर वे बखरी और बेगूसराय होते हुए पटना की ओर बढ़ रहे हैं। यात्रा के दौरान जब वे बखरी प्रखंड के गंगरहो चौक पहुंचे, तो स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने फूल-मालाओं के साथ उनका जोरदार स्वागत किया। पंचायत समिति सदस्य विजय सिंह समेत कई लोगों ने उनके संकल्प की सराहना करते हुए इसे विश्वास और धैर्य की मिसाल बताया।
मुकेश कुमार का कहना है कि यह यात्रा किसी राजनीतिक लाभ या प्रचार के लिए नहीं है, बल्कि उनके निजी विश्वास और भगवान के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को विकास और सुशासन की दिशा दी है, इसलिए महावीर मंदिर में लिया गया संकल्प पूरा करना उनके लिए गर्व की बात है। रास्ते में मिल रहे लोगों का स्नेह और समर्थन उन्हें इस कठिन दंड यात्रा में आगे बढ़ने की ऊर्जा दे रहा है।
ग्रामीणों का मानना है कि यह दंड यात्रा केवल एक व्यक्ति की आस्था नहीं, बल्कि लोकतंत्र में भरोसे और जनविश्वास की जीवंत तस्वीर है। स्थानीय लोगों की यह भी भावना है कि ऐसे संकल्पधारी नागरिकों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्वयं मिलना चाहिए, ताकि आमजन की आस्था और विश्वास को सम्मान मिल सके। मुकेश कुमार ने स्पष्ट कहा है कि जब तक वे पटना स्थित महावीर मंदिर नहीं पहुंच जाते, तब तक उनकी यह यात्रा निरंतर जारी रहेगी।