बिहार में कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद के बीच हाथापाई की नौबत, कुर्सी से उठे सांसद तो करना पड़ा बीच बचाव,जानें पूरा मामला...

PATNA: बिहार कांग्रेस से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है जहां, दो कांग्रेसियों के बीच गुत्थम-गुत्थी की नौबत आ गई।वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह समझा बुझाकर मामले को टाला.बता दें, बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह से हार के बाद पार्टी के अंदर भारी आक्रोश है। कांग्रेस के नेता अपने ही वरीय नेताओं से खासे नाराज हैं. आक्रोश अब इतना बढ़ गया है कि हाथापाई की नौबत आ पहुंची है।
वर-वधू स्वागत समारोह में हुआ विवाद
पटना में 3 दिन पहले एक वैवाहिक कार्यक्रम में कांग्रेस के नेता खुलेआम भिंड़ गए। दोनों नेता आपस में ही दो-दो हाथ करने को तैयार हो गए। वर बहू स्वागत समारोह में कांग्रेसी गुत्थम गुत्थी की नौबत आ गई थी।वहां पर मौजूद लोगों के हस्तक्षेप से हाथापाई तो टल गई,लेकिन मामला अब आगे बढ़ गया है। एक पक्ष में इस मामले को आलाकमान तक पहुंचा दिया है।
कांग्रेस नेता-सांसद में भिडंत
पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी रहे अमरेंद्र सिंह ने कांग्रेस नेतृत्व को पत्र लिखकर पूरे घटना की जानकारी दी है। कांग्रेस नेता ने पार्टी के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने इस घटना को बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल को भी फोन पर बताया है और एक्शन लेने की मांग की है। अमरेंद्र सिंह के मुताबिक मामला 27 दिसम्बर का है।पटना के एक क्लब में पार्टी के अल्पसंख्यक नेता ने दावत दी थी।इसमें उके अलावे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदनमोहन झा और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह पहले से पहुंचे थे।चिट्ठी के मुताबिक राज्यसभा सांसद ने कुछ दिन पहले पटना में विक्षुब्ध कांग्रेसियों की बैठक के बारे में पूछा और अपशब्दों का प्रयोग किया। इतना ही नहीं उन्होंने मारपीट की भी धमकी दी। हालांकि उन्होंने भी उसी शैली में जवाब दिया।
आप जहानाबादी तो मैं बेगूसराय का हूं
कांग्रेस नेता अमरेंद्र सिंह ने सांसद को जवाब दिया-आप जहानाबाद के हैं तो मैं भी बेगूसराय का हूं। वहां पर मौजूद लोगों ने बताया कि दोनों नेता भिड़ने की स्थिति में पहुंच गए थे और एक-दूसरे को देख लेने की स्थिति में कुर्सी छोड़ कर उठ गए।हालांकि वहां पर मौजूद लोगों ने बीच बचाव किया और मामले को दबाने की भरपूर कोशिश की। घटना के बाद अब एक पक्ष ने नेतृत्व से शिकायत की है। अब देखना होगा कि नेतृत्व पूरे मामले में क्या एक्शन होता है।हालांकि इस पूरे मामले में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह से संपर्क नहीं हो सका है। लिहाजा पूरे मामले पर उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है।