बिहार की बहु अलंकृता साक्षी को गूगल ने दिया 60 लाख रुपये का बड़ा पैकेज, विप्रो और सैमसंग में भी कर चुकी है काम

बिहार की बहु अलंकृता साक्षी को गूगल ने दिया 60 लाख रुपये का बड़ा पैकेज, विप्रो और सैमसंग में भी कर चुकी है  काम

भागलपुर - लक्ष्य निश्चित हो और मेहनत करते जाएं तो सफ़लता मिलना तय है. बिहार की बहु अलंकृता साक्षी ने इस कथन को सच कर दिखलाया है. नवगछिया अनुमंडल कार्यालय के प्रधान लिपिक राजीव नयन चौधरी की बहु अलंकृता साक्षी को गूगल ने 60 लाख का पैकेज ऑफ़र किया है. अलंकृता साक्षी को सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर काम करेंगीं.

अलंकृता साक्षी शुरु से ही पढ़ाई में तेज़ रही हैं. उन्हें बचपन से ही कंप्यूटर इंजीनियर बनने का शौक़ था और गणित उनका प्रिय विषय है. अलंकृता साक्षी के ससुर राजीव नयन चौधरी ने बताया कि गूगल कंपनी में आने से पहले वह दो साल विप्रो कंपनी में काम कर चुकी है. इससे पहले अर्न्स्ट एंड यंग कंपनी में और एक साल सैमसंग हार्मन में अपनी सेवा दे चुकी है.  अलंकृता साक्षी का पैतृक घर नवगछिया के सिमरा गांव है. साक्षी के पिता और माता दोनो शिक्षक हैं.

अलंकृता साक्षी के गुगल के ऑफर को सुन की मां रेखा मिश्रा और पिता शंकर मिश्रा , ससुर राजीव नयन चौधरी के साथ परिवार वालों के बीच में खुशियों का माहौल है. अलंकृता साक्षी ने  10वीं, जवाहर नवोदय विद्यालय कोडरमा से 12वीं और फिर हजारीबाग से बीटेक किया. अलंकृता के पति मनीष कुमार भी बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते हैं.

बहरहाल बिहार के लोगों के लिए यह बहुत ही गौरवान्वित की बात है की अमेरीकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कम्पनी गूगल जिसने बिहार की बहु अलंकृता साक्षी को 60 लाख का पैकेज के साथ काम करने का अवसर दिया है .

रिपोर्ट - अंजनी कुमार कश्यप


Editor's Picks