Bihar Politics: प्रशांत किशोर का जनसुराज आज बन जाएगा राजनीतिक दल,पहले प्रदेश अध्यक्ष होंगे दलित वर्ग से

Bihar Politics: प्रशांत किशोर का जनसुराज आज बन जाएगा राजनीतिक दल,पहले प्रदेश अध्यक्ष होंगे दलित वर्ग से

Bihar Politics: बिहार में आज यानी बुधवार को एक और नई राजनीतिक पार्टी कुछ घंटों में लॉन्च होने वाली है. 2 मई 2022 से बिहार में जन सुराज अभियान की शुरुआत हुई थी उसकी परिणति आज होने वाली है और एक राजनीतिक दल की शक्ल लेने वाली है. इस अभियान के प्रणेता  प्रशांत किशोर की उपस्थिति में बिहार के सभी पंचायतों, प्रखंडों और जिलों से जनसुराज से जुड़े लोग वेटरनरी कॉलेज, पटना के परिसर में एकत्र होने लगे हैं, जन सुराज अभियान के गठन के साथ ही अध्यक्ष, नेतृत्व परिषद और उसके संविधान की भी घोषणा की जायेगी.

प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज पूरी तरह जनतांत्रिक व्यवस्था से अपने नेता का चुनाव करेगा. जन सुराज के अध्यक्ष की कार्यावधि एक वर्ष की होगी. तथा बारी बारी से सभी वर्गों जिसमें दलित, मुस्लिम,अति पिछड़ा, पिछड़ा और सवर्ण जातियां शामिल हैं को प्रदेश का नेतृत्व सौंपा जाएगा. यह भी प्रस्ताव पारित किया गया कि समाज में सबसे पिछड़ा, अशिक्षित और कमजोर वर्ग दलित समाज है इसलिए पहला प्रदेश अध्यक्ष दलित समाज से बनाया जाएगा.

प्रशांत किशोर, जो एक प्रमुख चुनावी रणनीतिकार हैं, ने 2 अक्टूबर 2022 को बिहार में जन सुराज अभियान की शुरुआत की थी यह अभियान अब एक राजनीतिक दल में परिवर्तित होने जा रहा है. इस परिवर्तन का मुख्य उद्देश्य बिहार की राजनीति में एक नई दिशा देना है. प्रशांत किशोर ने अपने अभियान के दौरान लगभग 5,000 किलोमीटर की पदयात्रा की है और 5,500 से अधिक गांवों में लोगों से संवाद किया है. उनका दावा है कि इस नए दल के गठन में बिहार के लगभग 1 करोड़ लोग शामिल होंगे.

आज पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें जन सुराज पार्टी के नेता, नेतृत्व परिषद और संविधान की घोषणा की जाएगी. यह कार्यक्रम महात्मा गांधी की जयंती पर हो रहा है, जो इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है. प्रशांत किशोर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे पार्टी के नेतृत्व में नहीं रहेंगे लेकिन वे अपनी पदयात्राओं को जारी रखेंगे.

जन सुराज पार्टी कई नई नीतियों और वादों के साथ सामने आ रही है. इनमें ‘राइट टू रिकॉल’ जैसे नवाचार शामिल हैं, जिससे जनता अपने प्रतिनिधियों को वापस बुला सकती है यदि वे उनकी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरते हैं. इसके अलावा, उन्होंने शराबबंदी को समाप्त करने का वादा किया है और महिलाओं तथा मुसलमानों को अधिक प्रतिनिधित्व देने का भी आश्वासन दिया है.

प्रशांत किशोर ने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसके साथ ही चार विधानसभा उप-चुनावों में भी सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे जाएंगे. उनका लक्ष्य बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में लाना है.

बहरहाल प्रशांत किशोर का जन सुराज आज एक राजनीतिक दल बनने जा रहा है.



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