राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी से बिहारियों को मिला बड़ा फायदा, जानिए आप कैसे उठा सकते हैं लाभ...

बिहार सरकार ने जनवितरण प्रणाली (PDS) में पारदर्शिता लाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव, डॉ. एन. सरवण कुमार ने बताया कि अब बिहार के लोग राज्य के बाहर भी अपने नजदीकी जनवितरण प्रणाली विक्रेता के पास जाकर आधार सीडिंग करा सकते हैं। यह सुविधा हिमाचल प्रदेश, पुडुचेरी, और तमिलनाडु को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में उपलब्ध है। आप भी अगर बिहार के बाहर दूसरे राज्य में रहते हैं और आपके पास राशन कार्ड है तो पोर्टेबिलिटी की वजह से आप भी राशन प्राप्त कर सकते हैं. 



सरकार जनवितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है। सचिव ने बताया कि राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक सतर्कता समितियां गठित की गई हैं, ताकि जनवितरण प्रणाली की दुकानों पर निगरानी रखी जा सके। इसके अलावा, ई-श्रम पोर्टल और अन्य राज्यों से प्राप्त प्रवासी मजदूरों के 83 लाख आवेदनों की जांच के बाद 5.29 लाख नए राशन कार्ड भी जारी किए गए हैं। सचिव ने बताया कि पोर्टेबिलिटी के माध्यम से बिहार के 2.77 लाख लोग अब दूसरे राज्यों में भी अपनी पसंदीदा दुकानों से राशन उठा रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा 1.97 लाख लोग दिल्ली से लाभ उठा रहे हैं। वहीं, बिहार में भी करीब 6,000 लोग पोर्टेबिलिटी के जरिए अन्य राज्यों से राशन प्राप्त कर रहे हैं।




फिलहाल बिहार में राशन कार्ड के कूल लाभुकों की संख्या 8.35 करोड़ हैं. वहीं जनवितरण प्रणाली की दुकानों की बात करें तो वो राज्य में 5118 हैं. राशन कार्ड में आधार सीडिंग को लेकर डॉ. एन. सरवण कुमार ने बताया कि आधार सीडिंग से जनवितरण प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी और लाभुकों को सही तरीके से राशन मिल पाएगा। सरकार इस दिशा में लगातार प्रयास कर रही है ताकि कोई भी व्यक्ति राशन से वंचित न रहे