बहुत देर कर दी हुजूर आते आते ! हार की समीक्षा करने पटना पहुंचे BJP प्रभारी 'तावड़े', बुलावे के बाद भी हारे हुए 5 में तीन प्रत्याशी नहीं पहुंचे...मंत्रियों से भी की बात
PATNA: बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े आज पटना पहुंचे. लोकसभा चुनाव परिणाम के 22 दिन बीतने के बाद प्रदेश प्रभारी पटना पहुंचे हैं. इस दौरे का मकसद लोस चुनाव परिणाम की समीक्षा है. इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा जीती हुई अपनी पांच सीटें गवां दी. औरंगाबाद, पाटलिपुत्र, सासाराम, आरा और बक्सर लोकसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की करारी हार हो गई. हार के पीछे की कई वजहें हैं. 22 दिनों बाद उन्हीं वजहों को तलाशने प्रभारी विनोद तावड़े पटना पहुंचे हैं. हालांकि बिहार भाजपा प्रभारी की समीक्षा बैठक में हारे हुए तीन उम्मीदवार शामिल नहीं हुए।
तावड़े की समीक्षा बैठक..तीन कैंडिडेट रहे गायब
लोकसभा चुनाव के परिणाम 4 जून को ही आ गए। चुनाव परिणाम के बाद कहीं खुशी कहीं गम वाली स्थिति रही. रिजल्ट के बाद अधिकांश दलों ने जीत-हार की समीक्षा कर ली. यहां तक की एक सीट पर लड़ने वाली उपेन्द्र कुशवाहा- मांझी की पार्टी ने भी समीक्षा कर ली. भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई अपने प्रभारी की गैरमौजूदगी में चुनाव समीक्षा की खानापूर्ति कर चुकी है. अब जाकर बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े चुनावी समीक्षा को पटना पहुंचे हैं. पटना पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने हारे हुए प्रत्याशियों को बुलाया.
अपनों ने ही डूबो दी नैया...
इस बार भारतीय जनता पार्टी बिहार की सत्रह सीटों पर प्रत्याशी दी थी. इनमें से 12 लोस सीटों पर जीत मिली. 5 प्रत्याशी चुनाव हार गए। हारे हुए प्रत्याशी, रामकृपाल यादव, शिवेश राम, आर.के. सिंह, मिथिलेश तिवारी और सुशील कुमार सिंह को पटना बुलाया गया था. लेकिन इनमें तीन प्रत्याशी बैठक में शामिल होने नहीं पहुंचे. जानकारी के अनुसार विनोद तावड़े के बुलावे पर केवल सासाराम लोस क्षेत्र से प्रत्याशी शिवेश राम और बक्सर के प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी ही पहुंचे. दोनों प्रत्याशियों ने अपने प्रभारी को पूरी जानकारी दी. बताया जाता है कि इन प्रत्याशियों ने बताया कि किस तरह से दल के कई बड़े नेताओं ने हराने का काम किया है. संगठन के कई नेताओं ने भीतरघात किया. इस वजह से उनकी हार हुई. वहीं पाटलिपुत्र से प्रत्याशी रामकृपाल यादव, औरंगाबाद के प्रत्याशी सुशील सिंह और आरा के प्रत्याशी आर. के सिंह बैठक में नहीं पहुंचे. राजकुमार सिंह के बारे में तो सबको पता था कि वे बैठक में नहीं पहुंचेंगे, लेकिन रामकृपाल यादव और सुशील सिंह के नहीं पहुंचने से नेताओं के कान खड़े हो गए हैं. कहा जा रहा है कि इन दोनों नेताओं से बिहार प्रभारी ने फोन पर बात की है. दोनों ने बैठक में शामिल नहीं होने की अपनी-अपनी वजहें बताई है.
बिहार भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े ने हारे हुए प्रत्याशियों के साथ बातचीत करने के बाद नीतीश कैबिनेट में शामिल भाजपा कोटे के मंत्रियों के साथ बैठक की. बताया जाता है कि प्रभारी ने मंत्रियों से चुनाव का फीडबैक लिया. साथ ही सरकार के कामकाज को लेकर भी जानकारी ली है.