BOLLYWOOD NEWS : कंगना की इमरजेंसी की रिलीज का रास्ता हुआ साफ, लेकिन पहले पूरी करनी होगी यह शर्त, सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने दिया निर्देश

BOLLYWOOD NEWS : कंगना की इमरजेंसी की रिलीज का रास्ता हुआ साफ, लेकिन पहले पूरी करनी होगी यह शर्त, सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने दिया निर्देश

DESK : किसी भी विषय पर बेबाकी से अपना राय रखने बाली बॉलीवुड की हसीन अदाकारा कंगना रणावत को उनकी आने वाली बहुचर्चित फिल्म इमरजेंसी के लिए  राहत भरी खबर है। उनकी आने वाली फिल्म के लिए के लिए बम्वे हाई कोर्ट में फिर सुनवाई हुई । सुनबाई के दौरान फिल्म निर्माता कंपनी जी स्टूडियोज का कहना है कि सोमवार तक इस संबंध में विचार करेंगे। जी का कहना था कि हम इस बारे में जानकारी लेंगे कि कौन से कट लगाए जा सकते हैं। जस्टिस बीपी कोलाबावाला और जस्टिस फिरदौस पोनीवाला की बेंच के सामने   केंद्रीय फिल्म प्रमाण बोर्ड   कहा कि कुछ कट लगाने के बाद इसे  रिलीज किया जा सकता है। वहीं इस बाबत में फिल्म निर्माता कंपनी जी स्टूडियोज का कहना है कि सोमवार तक इस संबंध में विचार करेंगे। जी का कहना था कि हम इस बारे में जानकारी लेंगे कि कौन से कट लगाए जा सकते हैं।

इस फिल्म का केंद्र बिंदु 1975 में इंदिरा गांधी की ओर से लगाया गया आपातकाल है। इस फिल्म में कंगना ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। कंगना की यह फिल्म विवादों में इसलिए घिर गई क्योंकि सिख संग़ठनों ने आरोप लगाया है कि इस फिल्म में सिख समुदाय को गलत तरीकें से दिखाया है । साथ ही साथ इस फिल्म में कुछ ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। जिसको लेकर सिख संगठन लगातार इस फिल्म के खिलाफ अपनी अवाज बुलंद कर रहा है। 

किसानों के लिए रद्द कानून को फिर से लागू करने की मांग कर विवादों में घिरी अभिनेत्री व सांसद कंगना राणावत के चेहरे पर आखिरकार खुशी आई है। उनकी फिल्म इमरजेंसी को रिलीज को आखिरकार स्वीकृति मिल गई है। हालांकि उन्हें फिल्म में कुछ जरुरी कट करने होंगे। बता दें कि फिल्म का निर्देशन भी कंगना राणावत ने किया है।

बॉम्बे हाईकोर्ट में हुई सुनवाई 

कंगना रनौत की बहुचर्चित फिल्म इमरजेंसी की रिलीज पर लगे बैन को लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट में गुरुवार को फिर सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्रीय फिल्म प्रमाण बोर्ड (CBFC) ने कहा कि कंगना रनौत की इस फिल्म को रिलीज किया जा सकता है। इससे पहले फिल्म में कुछ कट लगाने होंगे, जिनका सेंसर बोर्ड की रिव्यू कमेटी ने सुझाव दिया था। बोर्ड ने यह बात जस्टिस बीपी कोलाबावाला और जस्टिस फिरदौस पोनीवाला की बेंच के सामने कही। इस संबंध में फिल्म निर्माता कंपनी जी स्टूडियोज का कहना है कि सोमवार तक इस संबंध में विचार करेंगे। जी का कहना था कि हम इस बारे में जानकारी लेंगे कि कौन से कट लगाए जा सकते हैं।

अगले सप्ताह फिर होगी सुनवाई

अब अदालत अगले सप्ताह इस केस की सुनवाई करेगी। अदालत में जी स्टूडियोज ने ही अर्जी दाखिल की थी और मांग की थी कि वह आदेश दे कि सेंसर बोर्ड की ओर से उसे सर्टिफिकेट जारी किया जाए। 

सिख समुदाय को गलत दिखाने का है आरोप

बता दें इस फिल्म को लेकर आरोप लगे थे कि इसमें सिख समुदाय को गलत ढंग से दिखाया गया है। इसके बाद विवाद बढ़ा तो सेंसर बोर्ड ने रिलीज को ही होल्ड पर डाल दिया था। जी स्टूडियोज ने अदालत में कहा था कि हमने 29 अगस्त को ही फिल्म प्रमाण बोर्ड के सामने अपनी अर्जी डाली थी। लेकिन अब तक बोर्ड की ओर से हमें सेंसर सर्टिफिकेट नहीं मिल सका है।

इससे पहले अदालत ने कहा था कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को हमने 4 सितंबर को कहा था कि वह जबलपुर सिख संगत एवं अन्य पक्षों की आपत्तियों पर विचार करे और फिर प्रमाण पत्र जारी करे। इसके बाद भी अब तक कोई फैसला नहीं हो सका है। इसके बाद अदालत ने 25 सितंबर तक बोर्ड को फैसला लेने को कहा था, लेकिन तब भी मामला टलता रहा। 

अब बोर्ड ने कोर्ट में रिलीज को लेकर कहा कि सुझाए गए कटों के बाद फिल्म को सिनेमा घरों में रिलीज किया जा सकता है। इस फिल्म में कंगना रनौत ने पूर्व पीएम इंदिरा गांधी का रोल अदा किया है और इस फिल्म का केंद्र बिंदु 1975 में इंदिरा गांधी की ओर से लगाया गया आपातकाल है।

REPORT - RITIK KUMAR

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