पूर्णिया में तेज हुई एयरपोर्ट बनाने की मांग, सिविल सोसाइटी के लोगों ने किया भूख हड़ताल, 31 दिसंबर तक का दिया अल्टीमेटम

PURNEA : पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग को लेकर पूर्णियावासी भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। सिविल सोसाइटी, चिकित्सक, शिक्षक, रिटायर्ड अधिकारी ,कलाकार व शहर के कई बड़े व्यवसाई के अलावा सभी राजनीतिक दलों के लोग एक दिवसीय सांकेतिक भूख हड़ताल पर हैं। भारी गर्मी के बीच शहर के टैक्सी स्टैंड रोड स्थित अंबेडकर भवन में एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया के बैनर तले विभिन्न संगठनों का सांकेतिक भूख हड़ताल जारी है। भूख हड़ताल पर बैठे लोगों ने राज्य और केंद्र सरकार को 31 दिसंबर तक पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण शुरू किए जाने का अल्टीमेटम दिया है। साल के आखिर तक एयरपोर्ट निर्माण का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ तो चुनावी सरगर्मी के बीच बड़े जन आंदोलन की चेतावनी दी है।


एयरपोर्ट फॉर पूर्णिया के  ने कहा कि इस सांकेतिक भूख हड़ताल के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है। करीब दो दशक से अधर में अटके पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण का कार्य 31 दिसंबर तक शुरू नहीं किया जाता तो फिर विशाल जन आंदोलन होगा। इसमें पूर्णिया के आमजन से लेकर खास तक शामिल होंगे। सभी सड़कों पर दिखाई देंगे।

लोगों का कहना है की केंद्र और राज्य सरकार को इस बात का अहसास कराया जाएगा की जनता में कितनी ताकत है। चुनावी महाअभियान में जन आंदोलन होगा। एयरपोर्ट की मांग को लेकर लोग सड़क पर उतरेंगे। जिसकी गूंज दिल्ली तक साफ सुनाई देगी। पूर्णिया ही नहीं बल्कि सीमांचल के बाकी 3 जिले और कोसी में भी आंदोलन मुखर होगा। सड़क पर पॉलिटिकल कैंपेन की जगह एयरपोर्ट निर्माण की गूंज सुनाई देगी। 

लोगों ने कहा कि एयरपोर्ट वर्तमान समय में बुनियादी सुविधाओं में शामिल है। ऐसे में एयरपोर्ट की जरूरत कोसी और सीमांचल को ही नहीं बल्कि कुल 7 जिले के करोड़ों की आबादी को है। साथ ही बंगाल का पश्चिमी दिनाजपुर और नेपाल की सीमा से लगे लोगों को इसका सीधा फायदा होगा। बावजूद इसके पूर्णिया एयरपोर्ट के निर्माण का मसला लंबे वक्त से अधर में अटका है। साल 2015 में पीएम मोदी ने एयरपोर्ट निर्माण की घोषणा की थी। जो आज तक पूरी नहीं हो सकी।

पूर्णिया से अंकित कुमार झा की रिपोर्ट