डीएम साहब आप चमड़ा का सिक्का चलाने चाहते है... पूर्व मंत्री रामाधार सिंह के पोस्ट से मचा हड़कंप, औरंगाबाद डीसीओ पर लगाया गंभीर आरोप
औरंगाबाद- पूर्व मंत्री रामाधार सिंह के सोशल मीडिया पर पोस्ट से हड़कंप मचा हुआ है. उन्होंने कहा है कि औरंगाबाद डीएम और डीसीओ समुंद्र की लहर गिनकर पैसा कमाना चाहते है. रामाधार सिंह ने कहा कि औरंगाबाद डीएम अनुभव हीन है इन्हे रिजाइन मार देना चाहिए.
उन्होंने कहा है की औरंगाबाद डीसीओ पर आरोप लगाया कि उनके अनुशंसा पर पैक्स अध्यक्ष को पैसा मिलता है. बिना पैसा लिए डीसीओ अनुशंसा ही नहीं करते है. डीसीओ सब जगह का बढ़ा बढ़ा कर अधिप्राप्ति चढ़ाते है .उसके बाद एमडी पैसा देते है इ.सके बाद डीसीओ पैक्स अध्यक्ष और पेड मैनेजर को पैसा देते हैं तो इसमें पैक्स के मेम्बर जिम्मेवार नहीं है प्रत्येक पंचायत में 10- 11 पैक्स के मेम्बर है और जहां पैक्स डिफाल्टर हुआ है गबन का केस हुआ है वहां के संबंधित पैक्स सदस्यों को नोटिस दिया जा रहा है जो गलत है.
पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने कहा कि मंगलवार को मेरे पास इब्राहिमपुर और फेसर के 10 पैक्स सदस्य आए और उन्होंने बताया कि हमलोगों को पैसा जमा करने के लिए नोटिस दिया गया है और घर पर पुलिस भेजा जा रहा है, पैसा कमाएगा, डीसीओ सरंक्षण देंगे, और जेल जायेगा पैक्स के मेम्बर ! जेल तो भ्रष्ट डीसीओ को जाना चाहिए .
पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने कहा कि कहने पर डीएम साहब कहते है की पैक्स के मेम्बर रिजाईन कर दें. जिला में सभी पैक्स के 10- 11 मेम्बर है आपको कहने पर सब रीजाइन कर देगा. ये प्रजातंत्र है डीएम साहब जनता के वोट से निर्वाचित हुआ प्रतिनिधि आपके कहने पर रिजाईन नही करेगा .ऐसे तो आप भी इंजीनियरिंग पढ़े हैं भले आपको आईएएस बना दिया गया है लेकिन आपको भी किसी विभाग के बारे में कोई जानकारी नहीं है तो क्या आप रिजाईन कर दिजिएगा ?
आप इंजीनियरिंग पढ़े है सहकारिता एक्ट नहीं पढ़े हैं. आप अपने सरकारी वकील को बुलवाकर पढ़वा लिजिए और सुप्रीम कोर्ट का पैक्स मेंबरों से सम्बन्धित जजमेंट भी पढ़ लीजिए चूंकि हम सहकरिता मंत्री रहे हैं, इसलिए हम इस एक्ट को पढ़े है. पैक्स मेम्बर को जेल में भेजने का सहकारिता एक्ट में नही लिखा हुआ है. आज पैक्स मेम्बरो को नोटिस दे रहे हैं . घर पर पुलिस भेज रहे है. कल आप किसानों को भी नोटिस दीजियेगा. जेल भेजिएगा. आप चमड़ा के सिक्का चलाने चाहते है . जब तक रामाधार जिन्दा है चमड़ा का सिक्का नही चलेगा.
आप जल्द जानेवाले है इसलिए कुछ पुण्य का काम भी कर लीजिए नहीं तो बदनामी मरने के बाद भी पीछा नहीं छोड़ेगा.
रिपोर्ट- दीनानाथ मौआर