पटना मेट्रो के लिए जबरन जमीन कब्जा करने के विरोध में उतरे किसान, मचाया भारी हंगामा, तोड़फोड़, आगजनी

पटना. पटना सिटी के अगमकूआं थाना क्षेत्र के पहाड़ी इलाके में मैट्रो निर्माण कंपनी किसानों के फसल लगे खेत और लोगों के आशियाना को कथित रूप से तोड़ रही है. इसी के विरोध में रविवार को किसानों और रैयती जमीन मालिको ने खेत के पास आगजनी और हंगामा किया । साथ ही मैट्रो निर्माण कंपनी के टेंट में तोड़ फोड़ की और आग लगाई. बाद में स्थानीय अगमकुआं थाना की पुलिस ने आकर आग पर पानी डाल कर आग पर नियंत्रण पा लिया।
वहीं कंपनी के कर्मचारियों को खदेड़ दिया। लोगों ने आक्रोश मार्च निकाल कर सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारे बाजी की। लोगों को उग्र होता देख कंपनी के कर्मचारी और अधिकारी भी भाग खड़े हुए। पीड़ित किसानों का कहना है की राज्य सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है और उनके खेतो में लगे फसल पर मिट्टी भर कर जमीन को अधिग्रहित कर रही है। जिसे किसान और जमीन मालिको में आक्रोश है और जमीन अधिग्रहित करने की साजिश कर रहे। इसे लेकर लोगो ने कर्मचारियों को काम करने से रोका और और सभी को खदेड़ दिया। आक्रोशित लोगो का कहना है की मैट्रो यार्ड निर्माण कंपनी के कर्मचारी रात के सन्नाटे में आते है और चोर की तरह किसानों और रैयती जमीन पर मिट्टी भराई और पायलिंग करने लगते है.
उन्होंने कहा कि जब सभी लोग इकट्ठा होते है तो उसे देख कर भाग जाते है । साथ कंपनी के लोग पीड़ित परिवार के घरों में बिना इजाजत लिए रात्री के समय घुस जाते है, जो काफी गंभीर मामला है। इसको लेकर साथ जिला प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। पीड़ित लोगो का यह भी कहना है की जमीन का कब्जा करने के लिए कई तरह के षड्यंत्र कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि जमीन अधिग्रहण का यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक चला गया है. अभी उनका फैसला आना बाकी है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सरकार डरी हुई है और फैसला आने के पहले ही दबदबा बना कर किसानों के जमीन को अधिग्रहित करना चाह रही है। किसानों का कहना है कि वे जान दे देगे लेकिन जमीन नहीं देगे।