बाढ़ की विभीषिका में सरकारी मदद नाकाफी, सीधे गंगा मइया से गुहार लगाने पहुंची महिलाएं, पूजा-अर्चना कर मांगी जान की भीख

KHAGARIA: खगड़िया में आई बाढ़ ने प्रभावित लोगों को जलकैदी का जीवन जीने को मजबूर कर दिया है। जिले के सदर प्रखंड के रहीमपुर उत्तरी, रहीमपुर मध्य और रहीमपुर दक्षिणी पंचायत का बुरा हाल है। यहां के इलाकों में सिर्फ बाढ़ का पानी ही पानी दिखता है।
इन सब के बीच बाढ़ की विभीषिका झेल रही महिलाओं ने आज गंगा मइया की पूजा अर्चना की। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल रहीं। हाथों में पूजा की थाली, फूल, जलते दीपक, अगरबत्ती लेकर महिलाएं पानी के बीच खड़ी हो गई औऱ पूजा करने लगी। इस दौरान महिलाओं ने गंगा मइया को प्रसन्न करने के लिए गीत गाए औऱ उनकी आरती उतारी। सभी की गंगा मइया से एक ही गुजारिश है कि इनके घरों से पानी निकल जाए और सभी सामान्य जीवन जीने लगे। विदित हो कि बिहार के 26 जिले इस वक्त बाढ़ की त्रासदी झेल रहे हैं। इनमें से कई लोगों को सरकारी मदद मुहैया कराई जा चुकी है। वहीं दूर-दराज क्षेत्र में बसे लोगों तक किसी तरह की मदद नहीं पहुंच सकी है। जिस वजह से इन इलाकों के निवासी सीधे भगवान की शरण में जा रहे हैं और उन्हीं से मदद मांग रहे हैं।
खगड़िया जिले की 3 पंचायतों की 25 हजार से ज्यादा की आबादी इस वक्त बाढ़ की त्रासदी झेल रही है। इन पंचायतों का सैकड़ों घर, मुख्य सड़कें, स्कूल, पंचायत भवन सब पानी -पानी हो गया है। कुछ पीड़ित परिवार आशियाना छोड़कर ऊंचे जगहों पर शरण ले लिया है। कुछ पीड़ित परिवार अपने घरों के सामानों के हिफाजत के लिए पानी के बीच ही जीवन काट रहे है। वहीं कुछ परिवार अपने छतों पर तंबू गाड़कर दुखभरा समय काट रहे हैं। जहां उन्हें चिलचिलाती धूप और वर्षा का भी सामना करना पर रह है। शहर से गांवों से जोड़ने वाली सड़कों पर पानी डेरा डाल दिया।जिससे खास करके महिलाओं को आवाजाही में दिक्कत हो रही है। जिला प्रशासन ने इलाकों में नाव की व्यवस्था की है प्रशासनिक व्यवस्था इन बाढ़ पीड़ितों के लिए नाकाफी साबित हो रही है। लोग त्राहिमाम कर रहे हैं।