ग्राम रक्षा दल और पुलिस मित्रों ने चेतना सम्मेलन कर सरकार को चेताया, कहा नौकरी ना मिलने पर करेंगे राज्यव्यापी आंदोलन

PATNA. चेतना सम्मेलन के जरिए ग्राम रक्षा दल और पुलिस मित्रों ने बिहार सरकार को चेतावनी दी है। पटना के रविन्द्र भवन में आयोजित चेतना सम्मेलन में हजारों की संख्या में मौजूद पुलिस मित्रों ने सर्व सहमति से चेतना प्रस्ताव पारित किया है। इस प्रस्ताव में पुलिस मित्रों ने अपनी परेशानियों का जिक्र किया है।प्रस्ताव की मुख्य बातें वेतनमान और स्थाई नौकरी पर ही केंद्रित हैं।

वहीं सम्मेलन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष सिकन्दर पासवान ने बताया कि यह एक आम सम्मेलन नहीं है। वर्षों से हजारों पुलिस मित्रों सड़कों पर पुलिस वालों के साथ जान की बाजी लगाकर नौकरी कर रहे हैं। मुफ्त में इसी भरोसे सेवा देते रहे कि आज नहीं तो कल सरकार हमारी परेशानियों को समझेगी। पुलिस मित्रों को एक सम्मानजनक मानदेय देगी। पुलिस मित्रों की नौकरी स्थाई की जाएगी। लेकिन अब तक पुलिस मित्रों को आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला। आज भी हमलोगों दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। इसके पीछे हमलोगों ने अपनी पूरी जिंदगी दांव पर लगा दी कि सरकार एक दिन जरूर हमारे दर्द को समझेगी। यहां उल्टा ही होते चला जा रहा है।

 पंचायती राज्य मंत्री, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत सभी ने आश्वासन दिया है। लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। इस सम्मेलन के माध्यम से हम राज्य के लगभग सवा लाख (1 लाख 25 हजार) पुलिस मित्र सरकार को चेतावनी दे रहे हैं कि इसबार के नौकरी समायोजन में हमलोगों का ध्यान नहीं रखा गया तो चुप नहीं बैठने वाले हैं। वेतनमान और स्थाई नौकरी हमलोगों का हक है। खून पसीने बहाकर इस दिन के लिए हमलोगों ने फ्री में सेवाएं नहीं दी थीं कि जीवन भर दर दर की ठोकरें खाते रहें। हम उन सब को बताना चाहते हैं कि हमारी मांगें पूरी की जाए नहीं तो कार्य बहिष्कार के साथ राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे।

सिकंदर पासवान ने आगे कहा कि राज्य के पुलिस मित्र उन विधायकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं, जिन्होंने विधानसभा के अंदर पुलिस मित्रों के दर्द को देखते हुए नौकरी समायोजन में समायोजित करने का सरकार के सामने प्रस्ताव रखा। बता दें कि पुलिस मित्रों को स्थानीय थाने में आंतरिक सुरक्षा और ग्रामीण इलाकों से जानकारी लेने के लिए एक आवेदन फॉर्म के जरिए चयनित किया गया था। राज्य के लगभग सभी जिलों में पुलिस मित्रों की मौजूदगी है। जो किसी ना किसी रूप में पुलिस वालों का सहयोग कर रहे हैं।