सीतामढ़ी में GRP की बर्बरता, मार-मारकर युवक का निकाला आंत, आरजेडी ने सदन में उठाया मुद्दा, दोषियों के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज करने की मांग

सीतामढ़ी में GRP की बर्बरता, मार-मारकर युवक का निकाला आंत, आरजेडी ने सदन में उठाया मुद्दा, दोषियों के खिलाफ हत्या की कोशिश का केस दर्ज करने की मांग

SITAMADHI : सीतामढ़ी के जनकपुर रोड रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की बर्बर चेहरा देखने को मिला है। यहां एक युवक जीआरपी के पिटाई से गम्भीर रूप से जख्मी हो गया है. हालत नाजुक बनी हुई है. इसको लेकर बिहार की प्रमुख विरोधी पार्टी आरजेडी एक्शन में है. एक तरफ बिहार विधान मॉनसून सत्र के आखिरी दिन आरजेडी एमएलसी कारी सोहैब ने इस मुद्दे को सदन में उठाया. तो दूसरी तरफ आरजेडी महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रीतू जायसवाल ने अस्पताल पहुंच कर घायल युवक का हालचाल जाना और फिर कहा कि रक्षक ही भक्षक बन गए, हत्या की कोशिश का केस दर्ज होना चाहिए. 

बिहार विधान परिषद में आरजेडी एमएलसी कारी सोहैब ने कहा कि सीतामढ़ी के रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के द्वारा छह सौ के एक टिकट को एक हजार में बेचा जा रहा था. एक कम उम्र के युवक ने इसका विरोध किया, तो जीआरपी ने इतना बेरहमी से मारा कि पेट फट के आंत बाहर आ गया है और वो जिन्दा बचने के स्थिति में नहीं है। सदन में  कारी सोहैब ने कहा कि बराबर ऐसी घटना होती रहती है. महोदय एक ऐसी टीम गठित हो जो जांच करे. जो भी लोग दोषी हैं उनको ऐसी सजा मिले कि फिर ऐसा काम न कर सके. आगे कारी सोहैब ने कहा कि अगर वो युवक बच जाता है तो इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करे.  

पीड़ित से मिलने पहुंची रीतु जायसवाल, बोलीं-  रक्षक बन गए भक्षक

वहीं घायल युवक को एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर रेफर किया गया है. तो दूसरी तरफ आरजेडी महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष रीतू जायसवाल ने आज एसकेएमसीएच पहुंचकर पीड़ित से मुलाकात की और डॉक्टर्स से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी हासिल की. घायल युवक का हालचाल जानने के बाद रीतु जायसवाल ने कहा है कि बिहार सरकार से अपेक्षा है कि वह दोषी पुलिसकर्मियों पर 'हत्या के प्रयास' का मुकदमा चलाये, ताकि 'रक्षक' की वर्दी में 'भक्षक' बने. इन पुलिसकर्मियों को अपनी ड्यूटी का एहसास हो सके. रक्षक के भेष में भक्षकों के होने से समाज में भय का माहौल बनता है. 

ऐसे में सरकार को चाहिए कि समय-समय पर मनोचिकित्सकों की सहायता से ऐसे भक्षकों को चिन्हित करे और उन्हें "NOT FIT for DUTY" करार दे. महिला होने के नाते मुख्यमंत्री जी तो मेरी बात को तवज्जो देंगे ही नहीं. कोई पुरूष ही उन्हें समझाए कि बिहार में जनता का राज (कानून का राज) नहीं, बल्कि पुलिस का राज है.

पूरा मामला क्या है जानें

जनकपुररोड रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को देर शाम कर्मभूमि ट्रेन को पकड़वाने के लिए आए युवक जीआरपी के पिटाई से गम्भीर रूप से जख्मी हो गया. जख्मी युवक गाढ़ा गांव के मो गुलाब के पुत्र मो. फुरकान 25 वर्ष को मोबाइल पुलिस के द्वारा पीएचसी पुपरी में भर्ती कराया गया। चिकित्सक के द्वारा उपचार किया गया. स्थिति गम्भीर देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया है. फुरकान ने बताया कि वह चाची को मुम्बई जाने वाली कर्मभूमि एक्सप्रेस ट्रेन पकड़वाने आए थे. इस दौरान जीआरपी ने पेट के ऑपरेशन वाले भाग पर डंडा से काफी मारा है. जिस वजह से उसका पेट फटकर आंत बाहर हो गया है.

 फुरकान ने बताया कि वह बार बार पेट का ऑपरेशन की बात कहते रहे, लेकिन डंडा से जीआरपी लगातार मार रहा था. फुरकान का उपचार करने वाले डीएचएस के डॉ अपूर्व अग्रवाल ने बताया कि लगभग दो साल पहले फुरकान का आंत का ऑपरेशन हुआ था. ऑपरेशन वाले भाग पर डंडे की चोट के कारण बायी ओर पेट फटकार आंत बाहर आ चुका है. इसे तत्काल सर्जरी की आवश्यकता है. इसीलिए जख्मी को रेफर किया गया है.

REPORT - DEBANSHU PRABHAT

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