बांका में नहीं रूक रहा बालू का अवैध कारोबार, शाम ढलते ही बालू घाटों पर सक्रिय हो जाते हैं माफिया, खनन अधिकारी बोले...

बांका में नहीं रूक रहा बालू का अवैध कारोबार, शाम ढलते ही बालू घाटों  पर सक्रिय हो जाते हैं माफिया, खनन अधिकारी बोले...

BANKA : बांका के अमरपुर प्रखंड अंतर्गत भादरिया पंचायत में महादेव एंक्लेव प्रा.लिमिटेड का अवैध स्वरूप भदरिया पंचायत का लौसा घाट अवैध बालू खनन का हॉटस्पॉटबन गया है। लौसा और भादरिया गांव के बीच में बालू माफियाओं के द्वारा डंपिंग पॉइंट बनाकर दर्जनों की संख्या में  हाईवा और ट्रक को लोड किया जाता है। यह  प्रतिदिन संध्या 6:00 बजे से लेकर सुबह 7:00 तक  खुलेआम होता है।  जिससे करोड़ों  रुपए के राजस्व का चुना बिहार सरकार को प्रतिदिन लग रहा हैं। 

बताया जाता है की शाम ढलते ही क्षेत्र के बासुदेबपूर लौषा खंजरपुर, तारडीह , किशनपुर,आदी घाटों पर बालू माफिया सक्रिय हो जाते है और बैखौफ होकर पूरी रात बालू उठाव करने में जुट जाते हैं। बालू माफियाओं के शागिर्द शहर के चौक चौराहे पर तैनात होकर पुलिस की हर गतिविधियों पर अपनी पैनी नजर बनाये रखते हैं और पुलिस की हर गतिविधियों की खबर समय -समय पर अपने आकाओं को देते रहते हैं। सूत्र बताते है कि  मुख्य रूप से क्षेत्र के लौशा घाट पर शाम ढलते ही करीब दो दर्जन ट्रैक्टरो का जुटाव हो जाता है और पूरी रात बालू उठाव कर एक बहियार में डंप करते है। पुनः वहां से जेसीबी के द्वारा हाईवे और ट्रकों में लोड कर भादरिया लक्ष्मीपुर नवटोलिया होते हुए गंतव्य स्थानो पर पहुंचकर धड़ल्ले से बालू की बिक्री कर रहे हैं। लौशा घाट से माफियाओं द्वारा पुरी रात धड़ल्ले से बालु उठाव की जा रही है। 

शहर की सड़को पर रात में फर्राटे भरते बालू लदे दर्जनो ट्रेक्टर देखे जा सकते है। बालू माफिया बालू उठाव से लेकर बालू बिक्री कराने तक दर्जनो पासर को रखते है जो ट्रैक्टर के आगे-आगे चलकर पुलिस पदाधिकारियो तथा रात्री गश्ती में मौजूद पुलिस कर्मियो की खबर ट्रैक्टर चालक को देकर सावधान करते रहते हैं। कई बालू माफिया अमरपुर बस स्टैंड पर स्कॉर्पियो में रात भर बैठे नजर आएंगे। ग्रामीण सूत्र बताते है कि बालू कारोबारी इतने प्रभावशाली हैं की पुलिस प्रशासन उनके गांव तक छापेमारी करने से भी कतराती है। बालू उठाव का खेल मैनेज तंत्र के सहारे चल रही है। बताया जाता है कि मैनेज तंत्र के द्वारा मैनेज का अवैद्य उगाही का अंश जिले के खाकी से लेकर खादी तक को जाता है। मैनेज के नाम पर बालू माफियाओं द्वारा एक रात की प्रति ट्रैक्टर ढाई से तीन हजार रुपये देते हैं। बताया जाता है कि इस सभी मैनेजतंत्र का मास्टरमाइंड फुलीडूमर का एक व्यक्ति है जो प्रशासनिक स्तर पर काफी पकड़ वाला बताया जाता है। पूरी रात ट्रैक्टरो की आवाजाही से नदी किनारे बसे ग्रामीण दहशत के साये में जीने को मजबूर हो गये हैं। बालू माफियाओं के दहशत के कारण ग्रामीण अधिकारियो को सूचना देने से भी कतराते है। मालदेवचक गांव में पुलिस को सूचना देने के आरोप में विगत 18 मार्च 2022 को माफियाओं ने गांव के एक किसान रामकिशोर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दिया था। जबकि पिछले वर्ष बिरमां बालु घाट पर बालु माफियाओं ने घाटों पर वर्चस्व कायम करने को लेकर अँधाधुँध फायरिंग की थी। घटना में नदी किनारे शौच करने गये बिरमां गांव के एक ग्रामीण की मौत हो गई थी। अनवरत हो रही बालु उठाव से नदी किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों की जलस्तर नीचे चली गई है जिस कारण भीषण गर्मी में नदी किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए त्राहिमाम मच गया है। नदी किनारे बसे गांव के ग्रामीण बालू माफियाओं की खौफ से शाम ढलते ही अपने -अपने घरों में दुबक जाते हैं। 

बालू उठाव को लेकर जिला के खनन पदाधिकारी कुमार रंजन ने बताया कि समय -समय पर अवैध खनन रोकने को लेकर अमरपुर के विभिन्न घाटों पर छापामारी अभियान चलाई जाती है। बालू उठाव की सूचना मिली है। जल्द ही व्यापक तौर पर क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर छापामारी अभियान चलाई जायेगी। अवैध खनन में संलिप्त माफियाओं को किसी भी सुरत में बख्शा नहीं जायेगा। 

बांका से चंद्रशेखर कुमार भगत की रिपोर्ट

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