बिहार में बिहार में गठबंधन सरकार के इस्तीफे के तुरंत बाद राज्यपाल ने नई सरकार बनाने का न्यौता, तो झारखंड में क्यों हो रही देरी, प्रियंका गांधी ने मंशा पर उठाए सवाल

बिहार में बिहार में गठबंधन सरकार के इस्तीफे के तुरंत बाद राज्यपाल ने नई सरकार बनाने का न्यौता, तो झारखंड में क्यों हो रही देरी, प्रियंका गांधी ने मंशा पर उठाए सवाल

NEW DELHI : 24 घंटे से झारखंड सरकार विहिन है। हेमंत सोरेन के जेल जाने के कारण फिलहाल किसी को कार्यवाहक सीएम नहीं बनाया गया है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के राज्यपाल द्वारा झामुमो-कांग्रेस के पास बहुमत होने के बाद सरकार बनाने के लिए निमंत्रण देने में देरी की जा रही है। ऐसे में अब राज्यपाल के इस कदम को लेकर भाजपा पर हमला शुरू हो गया है। प्रियंका गांधी ने साफ कह दिया है कि भाजपा धनादेश के बदौलत जनादेश को कुचलने का काम कर रही है।

उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भाजपा पर निशाना साधते हुए बिहार का हवाला देते हुए लिखा कि "बिहार में गठबंधन सरकार के इस्तीफे के तुरंत बाद राज्यपाल ने नई सरकार बनाने का न्यौता भेज दिया था। लेकिन झारखंड में दावा पेश करने के एक दिन बाद भी सरकार बनाने का न्यौता नहीं भेजा गया। 

पहले ईडी लगाकर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने पर मजबूर किया। उन्हें गिरफ्तार किया गया। अब खबरें हैं कि नई सरकार का गठन रोककर विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। 

पहले बिहार, फिर चंडीगढ़ और अब झारखंड - भाजपा हर राज्य में धनादेश के दम पर जनादेश को कुचल रही है।"

बता दें जमीन घोटाले में फंसने के कारण चार साल से मुख्यमंत्री रहे हेमंत सोरेन को इस्तीफा देना पड़ गया था। ऐसे में विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन को नया नेता चुना गया था। जिन्होंने 47 विधायकों के समर्थन होने का दावा किया और राज्यपाल के सामने सरकार बनाने की पेशकश की थी। लेकिन बुधवार को राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने  की अनुमति नहीं दी। वहीं आज शाम फिर से उन्हें राजभवन बुलाया गया और एक बार फिर सरकार गठन के मामले को एक दिन के लिए टाल दिया गया।

देरी के पीछे बताई जा रही खरीद फरोख्त

वहीं राज्यपाल के द्वारा लगातार नई सरकार बनाने को लेकर की जा रही देरी को लेकर सत्तारूढ़ पार्टियों का सब्र भी टूटने लगा है। दावा किया जा रहा है कि पार्टी  के विधायकों को तोड़ने  की कोशिश की जा रही है। ताकि प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाई जा सके। ऐसे में जेएमएम और काग्रेंस के सभी विधायकों को हैदरबाद भेजा जा रहा है।

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