एकतरफा प्यार में युवक ने लड़की को किया आग के हवाले, 12वीं की छात्रा की मौत पर सुलगा झारखंड

DUMKA : एकतरफा प्यार में पागल एक लड़के ने सिर्फ इसलिए युवती को आग के हवाले कर दिया कि क्योंकि युवती ने उससे दोस्ती करने से इनकार कर दिया था। 12वीं में पढ़ने वाली लड़की पांच दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ती रही। रविवार सुबह उसकी मौत हो गई। मृतका का नाम अंकिता है। वहीं आरोपी का नाम शाहरूख है। वह अंकिता (17) को आते-जाते छेड़ता और दोस्ती के लिए दबाव डालता था। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया तो वह हंसता रहा। घटना से शहर में तनाव है। हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया है।


23 अगस्त की है घटना

मरने से पहले अंकिता ने पूरी घटना को लेकर बयान दिया था, जिसमें उसने बताया था कि 23 अगस्त की सुबह पांच बजे के आसपास की है। मैं अपने कमरे में सो रही थी, अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखकर मैं डर गई। जब मैंने खिड़की खोली तब देखा की मोहल्ले का आवारा लड़का शाहरुख हुसैन हाथ में पेट्रोल का कैन लिए मेरे घर की तरफ से भाग रहा था। तब तक आग मेरे शरीर में भी लग चुकी थी और मुझे काफी जलन सी महसूस हो रही थी। घर में उस वक्त अंकिता के दादा-दादी, उसके पिता और उसका छोटा भाई मौजूद था. जब तक अंकिता नींद से उठती, तब तक आग के लपेटों से वह घिर चुकी थी. उसने किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला और आंगन में रखे पानी से भरे बाल्टी को अपने ऊपर उड़ेला।

10-15 दिन से परेशान कर रहा था

अंकिता ने कहा- मैं सिर्फ यही देख पाई की ब्लू टीशर्ट पहने, हाथ में पेट्रोल की कैन लिए शाहरुख भाग रहा था। ये वही शाहरुख था जो पिछले दस पन्द्रह दिन से मुझे परेशान कर रहा था। मोहल्ले में उसकी छवि एक आवारा किस्म के लड़के की थी। जिसका काम सिर्फ लड़कियों को परेशान करना और उन्हें अपने झांसे में लेकर इधर-उधर घुमाना था। 

अंकिता ने मौत से पहले अपने दिए बयान में कहा कि पिछले दस-पंद्रह दिन से वह मेरे आगे पीछे घूम रहा था। जब भी मैं स्कूल या ट्यूशन के लिए जाती वह मेरा पीछा करता। हालांकि मैंने कभी उसकी हरकतों को सीरियसली नहीं लिया, लेकिन उसने कहीं से मेरे मोबाइल का नम्बर जुगाड़ कर लिया था। उसके बाद अक्सर मुझे फोन करके मुझसे दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा। मैंने उसे स्पष्ट कर दिया था कि मुझे इन सबसे कोई लेना देना नहीं है।

अंकिता के मुताबिक शाहरुख ने धमकी भी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे और मेरे परिवार वालों को मार देगा। मुझे उसकी हरकतों का अंदेशा तो था, लेकिन यह नहीं समझ पाई कि मेरे साथ ऐसा होगा। 22 अगस्त की रात उसने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे मारेगा। 

कड़ी सुरक्षा के बीच निकली शवयात्रा

कड़ी सुरक्षा के बीच अंकिता की अर्थी को घर से निकाला गया. बेतिया घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। बड़ी संख्या में दुमका के लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। शहर का माहौल ना बिगड़े इसके लिए पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है, हालांकि इसके बारे में पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है।


फांसी की उठी मांग

12वीं में पढ़ रही अंकिता कि बूढ़ी दादी ने आरोपी को तुरंत फांसी पर चढ़ाने की बात कही है. दादी ने कहा कि आरोपी को फांसी की सजा दी जाए, जिसने मेरी पोती की जान ली है, मैं काफी बूढ़ी हो गई हूं, हम कब मर जाए कोई ठिकाना नहीं है, इसलिए हत्यारे को जल्द फांसी की सजा दी जाए ताकि मेरी आत्मा को शांति मिले।