बिहार के कई जिलों में नदियों का बढ़ा जलस्तर, उत्तर बिहार के ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की स्थिति, लोगों का घर से निकलना हुआ मुश्किल

GOPALGANJ: गोपालगंज के सदर प्रखंड के विभिन्न गांव में बाढ़ का पानी पूरी तरह से फैल चुका है। सड़कों पर 2 से  3 फीट पानी बहने के कारण दियरावासी परेशान है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने की सलाह दी जा रही है। दरअसल, वाल्मिकीनगर बराज से छोड़े गए 2 लाख 90 हजार क्यूसेक पानी के कारण गंडक नदी का जलस्तर बढ़ गया है। नदी का पानी आस-पास के गांवों में फैलने लगा है। जिसके कारण छह गांवों का संपर्क मुख्य सड़क से टूट गया है। नदी का पानी सड़कों पर बहने के कारण परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया है। लोग अपनी जान जोखिम में डालकर किसी तरह आवश्यकता का सामान लाने और ले जाने की जद्दोजहद में लगे है। सदर प्रखंड के रामनगर, जगीरी टोला, मुंगरहां, खाप मकसूदपुर मलाही टोला गांव में पानी भरा हुआ है। लेकिन लोगों के पास नाव नहीं होने के कारण लोग पैदल ही लाठी के सहारे पानी की गहराई नाप कर कही भी आने और जाने का काम कर रहे है।

बता दें कि, तटबंधों पर पानी के दबाव को रोकने के लिए अभियंताओं की टीम को लगाया गया है। वहीं जिला प्रशासन और  जल संसाधन व बाढ़ नियंत्रण विभाग अलर्ट मोड में है। जल संसाधन विभाग द्वारा 24 घंटे तटबंधों की निगरानी रखी जा रही है। साथ ही जहां- जहां रेन कट हुए हैं। उसे तत्काल दुरुस्त किया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि गंडक नदी में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट है। बांध की निगरानी के लिए 24 घंटे कर्मियों को लगाया गया है। उससे तटबंध के अंदर बसे लोगों से ऊंचे स्थान में जाने की अपील की गई है। हालांकि  कुछ लोग निचले इलाके से निकल कुछ स्थानों पर पलायन करना शुरु कर दिए हैं लेकिन अभी कुछ लोग घर में मौजूद है। वहीं लोगों का कहना है कि कही कोई साधन नहीं है। घर समान छोड़ कर कहा जाए। रामनगर के पास दो से तीन फीट पानी की धाराएं बह रही है। आवागमन का एकमात्र मुख्य मार्ग होने के कारण समान को निकाल पाने में परेशानी हो रही है। इसके अलावे खाने पीने की भी समस्या बढ़ गई है। पिछले तीन दिनों से नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। 

दूसरी ओर बड़हिया में भी गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसका जायजा लेने के लिए नगर परिषद के सभापति प्रतिनिधि सह जदयू नेता सुजीत कुमार गुरुवार को बड़हिया कॉलेज गंगा घाट पहुंच कर निरीक्षण किये। बारिश के कारण गंगा नदी पूरे उफान पर है। हथिदह में गंगा जलस्तर 41.76  सेंटीमीटर डेंजर लेवर से उपर बह रही है। गंगा नदी की तेज धाराओं से दियारा क्षेत्र डूबना शुरू हो चुका है।गंगा के जलस्तर बढ़ने से दियारा क्षेत्र के हजारों एकड़ में लगी भदई फसल, परवल, करैला, कद्दू, बोरा, भिंडी, नेनुआ, खीरा सहित अन्य फसलें या तो डूब चुका हैं या डूबने के कगार पर पहुंच गया है। फसलों के नुकसान की आशंका से दियारा क्षेत्र के किसानों में खौफ का माहौल है। तटवर्ती गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। निचले क्षेत्राें में बाढ़ की आशंका को देखते हुए सिकन्दरपुर, खुशहाल टोला, बौधीटोला आदि गांवों के सैंकड़ों परिवार अभी से पलायन की तैयारी में लग गये हैं। अगर गंगा का जलस्तर इसी रफ्तार से बढ़ा तो 2, 3  दिन में तटवर्ती इलाके मे फैल जायेगी। 

बताया जा रहा है कि,सबसे ज्यादा परेशानी जैतपुर पंचायत के बिंद टोली के ग्रामीणों के सामने है। गंगा नदी के दो धार के बीच बसे करीब दो दर्जन से अधिक घरों का टोला बिंद टोली का सम्पर्क प्रखंड मुख्यालय से कट गया है। लोग नाव के ही सहारे गंगा पार कर बड़हिया बाजार आते हैं। वहीं नगर क्षेत्र के निचले इलाके मे बसे लोगों को भी बाढ़ का खतरा सताने लगा है। वहीं उन्होंने ने गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा स्नान करने आने वाले लोगो के सुरक्षा को लेकर  गंगा में बेरीकेटिंग,गंगा घाट स्थित गंदा परे शौचालय को साफ सफाई,टूटे दरवाजे को दो दिनों के अंतर मस्मती कराने व गंगा घाट पर चेंजिंग रूम बनाने को नगर कर्मी को निर्देश दिया।

वहीं नेपाल के तराई इलाके और जिले में आज तीन डीनों से लगातार हो रही बारीश से गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि से गंडक नदी के किनारे बसे लोगों में दहशत का माहौल है। कई गावों मे नदी का पानी  प्रवेश कर लिया है। वाल्मीकि गंडक बराज से कल देर रात्री तक 2 लाख से अधिक पानी छोड़े व रूक रुक कर हो रही बारिश के कारण गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने का सिलसिला जारी हो गया है। गंडक किनारे बसे ग्रामीणों मे दहशत की माहौल है। गंडक नदी का जलस्तर बेतिया जिला के योगापट्टी प्रखंड के  सिसवा मंगलपुर गांव में गंडक नदी ने अपना रौद्र रूप दिखाना प्रारंभ कर दिया है। योगापट्टी प्रखंड सिसवा पुर्व टोला , सिसवा खाप टोला , मंगलपुर , जरलपुर सहीत आधा दर्जन से अधिक गावों के लोगों के बीच बेचैनी का माहौल बनने लगा है।

वहीं स्थानीय मुखिया रामचंद्र साह व स्थानीय ग्रामीण पप्पू पान्डेय आसनाय देवान बब्लू गद्दी ने बताया कि सिसवा मंगलपुर पंचायत के तीन गांवों में गंडक नदी का इस बार दस दिनों से मुख्य धारा निकल कर आ रही है। इस धारा को चलते गांव के लोगों में दहशत की माहौल है। 1500 परिवारों का नंदी में कटने की कगार पर है। वहीं प्रसव पीड़ा होने पर मनागलपुर गाव मे एक प्रसूता को लोहे के बने गुड बनाने वाले कराह मे पानी पार करा अस्पताल ले जाते हुए देखे गए। आवागमन का साधन पूरी तरह से ठप है। कहीं कहीं हाथों में साइकिल लेकर पारे होते देखे जा रहे। ग्रामीण जनता के लिए जिला प्रशासन के तरफ से कोई व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणो मे आक्रोश देखा जा रहा है ।