जदयू छोड़कर भाजपा में जाएंगे कुशवाहा... ललन सिंह ने दिल्ली में उपेंद्र की पक रही खिचड़ी पर दिया बड़ा संकेत

पटना. जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी में बगावती सुर अपनाए उपेंद्र कुशवाहा से सवाल किया है कि आखिर वे किस कारण से बार बार दिल्ली की यात्रा कर रहे थे. मुंगेर में मीडिया से बात करते हुए ललन सिंह ने कहा कि कुशवाहा इन दिनों कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना वाली स्थिति में हैं. वे बोल कुछ और रहे हैं और निशाना कहीं और है. जब से कुशवाहा जदयू में आए हैं उन्हें उचित सम्मान मिला है. 

उन्होंने कहा कि कुशवाहा कह रहे हैं कि जदयू कमजोर हुई है. ऐसे में उन्हें बताना चाहिए कि जब जदयू का सदस्यता अभियान चल रहा था तब कुशवाहा ने कितने सदस्य बनाए. उन्होंने कहा कि एक ओर जदयू के समर्पित कार्यकर्ताओं ने दशहरा, दिवाली और छठ जैसे त्योहारों के दौरान राज्य भर में सदस्यता अभियान में बढ़ चढ़कर भाग लिया. इसी कारण जदयू के 72 लाख सदस्य बने जो एक रिकॉर्ड है. दूसरी ओर उसी अवधि में उपेंद्र कुशवाहा ने कितने सदस्य बनाए यह भी उन्हें बताना चाहिए जिससे पार्टी मजबूत होती. 

ललन ने कुशवाहा की जदयू के प्रति निष्ठा पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि कुशवाहा को बताना चाहिए कि हाल के दिनों में बार बार दिल्ली क्यों गए. वे इस बात को बताएं कि उनके दिल्ल्ली जाने के बात भी बात बनी कि नहीं. ललन का इशारा एक प्रकार से कुशवाहा के जदयू छोड़कर भाजपा में जाने को लेकर जो भीतरखाने बातें हो रही हैं उस ओर थी. 

वहीं पटना में 19 और 20 फरवरी को उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में चल रही बैठक पर ललन ने कहा कि यह जदयू की कोई आधिकारिक बैठक नहीं है. जदयू की आधिकारिक बैठक बुलाने का अधिकार केवल प्रदेश अध्यक्ष को है. हालांकि कुशवाहा ने जो बैठक बुलाई है उसमें ‘जनता दल यूनाइटेड के समर्पित साथियों की दो दिवसीय बैठक’ लिखा है जबकि ललन सिंह उनकी बैठक को जदयू की बैठक मानने से इनकार किया.