माल महाराज का मिर्जा खेले होली ! पैसा सरकार का और उपलब्धि ले रहे JDU विधान पार्षद, उपेन्द्र कुशवाहा को तो 'अदना' नेता बराबर वैल्यू नहीं दिया

PATNA: राजधानी पटना में शूरवीर महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया गया है। भवन निर्माण विभाग की तरफ से राजधानी के महाराणा पार्क में प्रतिमा स्थापित की गई है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया है. इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि पैसा सरकार का खर्च हुआ और उपलब्धि सत्ताधारी जेडीयू के एक विधान पार्षद लेते दिखे. हद तो तब हो गई जब महाराणा प्रताप के मूर्ति अनावरण पोस्टर में उपेन्द्र कुशवाहा को छुटभैया नेता बराबर भी जगह नहीं दी गई। इस तरह से सरकारी कार्यक्रम में निजी लाभ लेने की पूरी कोशिश की गई. यानि माल महाराज का और मिर्जा खेले होली.
पैसा सरकार का और राजनीतिक लाभ ले रहे जेडीयू एमएलसी
राजधानी के फ्रेजर रोड़ में भवन निर्माण विभाग की तरफ से महाराणा पार्क डेवलप किया गया है। इसी पार्क में महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाई गई है। विभाग की तरफ से प्रतिमा उद्घाटन का कार्यक्रम रखा गया था. इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, विजय चौधरी और अशोक चौधरी शामिल हुए। इसके अलावे जेडीयू के कई नेता-कार्यकर्ता दिखे. वैसे तो यह कार्यक्रम सरकारी था. इसमें एक-एक पैसा सरकार का लगा है. लेकिन राजनीतिक गलियारे में कार्यक्रम को पूरी तरह से जेडीयू के एक एमएलसी का बताया गया. विधान पार्षद संजय सिंह इस कार्यक्रम के प्रणेता बने हुए थे. सरकार के पैसे से डेवलप पार्क में महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगवाने में अपनी भूमिका का पूरे बिहार में प्रचार किया. राज्य के कई जिलों में घूमकर संजय सिंह ने राजपूत समाज से महाराणा प्रताप की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में आने को कहा. हद तो तब हो गई जब राजपूत समाज से आने वाली मंत्री लेसी सिंह मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मौजूद थीं. इसके बाद भी शिलापट्ट पर उनके नाम की जगह जेडीयू एमएलसी संजय सिंह का नाम दर्ज था.
कुशवाहा को तो छुटभैया नेता बराबर वैल्यू नहीं
महाराणा प्रताप की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम को तैयारी समिति के अध्यक्ष की तरफ से शहर में पोस्टर लगवाये गए थे. उस तस्वीर में नीतीश कुमार, ललन सिंह से लेकर जेडीयू के छोटे-छोटे नेताओं की तस्वीर थी. जेडीयू एमएलसी संजय सिंह की तस्वीर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के ठीक नीचे बड़े साइज में दिख रहा. लेकिन जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा की तस्वीर को गायब कर दिया गया. पहले तो कार्यक्रम सरकारी, फिर उसे जेडीयू का बनाया गया. उसमें भी उपेन्द्र कुशवाहा जैसे कद्दावर नेता को पोस्टर में जगह नहीं दी गई. यानि तैयारी समिति के अध्यक्ष की तरफ से अपनी पार्टी के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष को छुटभैया नेता बराबर भी वैल्यू नहीं दिया. राजनीतिक गलियारे में इसकी जबरदस्त चर्चा है। खासकर जेडीयू में राजपूत बिरादरी से आने वाले नेताओं में इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा है.