पूर्णिया में आपसी विवाद में मराठी परिवार पर दबंगों ने किया हमला, तीन लोग हुए जख्मी

PURNEA : जिले में जमीनी विवाद में मराठी परिवार के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। इस मारपीट में एक ही परिवार के 3 लोग बुरी तरह घायल हैं। घटना को लेकर पीड़ित परिवार ने 3 लोगों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए स्थानीय सहायक खजांची थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। घटना शहर के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के सहायक खजांची थाना के लखन चौक भट्टा बाजार से जुड़ी है। मारपीट की यह घटना 2 मई की बताई जा रही है। घटना से अब भी यह मराठी परिवार दहशत में है। वहीं मारपीट की इस घटना में किशोर रामचंद्र शिंदे, लाल भाई कोल बुरी तरह जख्मी हैं। हालाँकि रामचंद्र अनंत शिंदे को इस घटना में मामूली चोटें आईं हैं। 


घटना के संबंध में घायल के पिता किशोर रामचंद्र शिंदे ने बताया कि वे मूल रूप से मराठी हैं। महाराष्ट्र जिले के सतारा से 1985 में आकर वे पूर्णिया में बसे थे। यहां वे किराएदार के तौर पर राम प्रसाद साह के घर में रहते थे। बाद में उन्होंने 6 धुर जमीन उनकी दोनों बेटियों से खरीद ली। इसी बात को लेकर गोपाल साह को आपत्ति है। वे अक्सर इससे पहले इन पर जमीन खाली कर चले जाने की धमकी देते रहते थे। 1 मई से उनके साथ इन्होंने मारपीट शुरू कर दी। मारपीट की शुरुआत लखन चौक भट्टा बाजार स्थित उनके दुकान प्रियंका गोल्ड हाउस से हुई। गोपाल साह के बड़े दामाद ने 1 मई को मेरे दुकान के स्टाफ लाल भाई कोल को पीटा। जिसके बाद स्टाफ को जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। इसके बाद 2 मई को दूसरी दफे उनके बड़े दामाद और बेटे विष्णु और गुड्डू ने दभिया से उनके बेटे किशोर रामचंद्र शिंदे पर हमला कर दिया। जिसके बाद गंभीर हालत में बेटे को जीएमएच में भर्ती कराया गया। बेटे को डायल 112 की पुलिस ही अस्पताल तक लेकर आई। 

वहीं बेटे किशोर रामचंद्र शिंदे ने कहा कि वे नहीं चाहते थे कि ये मामला समाज के बीच आए। लेकिन शुक्रवार सुबह उनके पिता को धमकी दी गई कि वे घर छोड़कर महांराष्ट्र वापस चले जाएं। वरना सबको जान से हाथ धोना पड़ेगा। इस धमकी के बाद से मैं और मेरा पूरा परिवार पूरी तरह दहशत में हैं। फिलहाल हॉस्पिटल ही हमारे लिए सबसे सुरक्षित स्थान है। वहीं समूचे मामले पर कथित आरोपी गोपाल प्रसाद ने कहा कि जिस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसे लोअर कोर्ट ने खारिज कर दिया है। किसी को मैनें या मेरे परिवार ने नहीं मारा। सभी ने खुद से ही खुद को घायल कर लिया है। 

इस मामले को लेकर सहायक खजांची थानाध्यक्ष रंजीत महतो ने बताया कि जमीन को लेकर विवाद है। इस विवाद में लोअर कोर्ट का फैसला आ चुका है। इसके तहत पीड़ित पक्ष को यहां से घर खाली करवा दिया गया था। पीड़ित पक्ष वहां गया इसी दौरान मारपीट हुई है।

पूर्णिया से अंकित कुमार झा की रिपोर्ट