'बरबीघा' पर बाज नहीं आएंगे मंत्री अशोक चौधरी...अब क्या करेंगे ललन सिंह ? CM नीतीश की रहस्यमयी चुप्पी से सकते में JDU के बड़े-बडे नेता

ATNA: नीतीश कुमार के घर में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. दल के नेताओं के बीच जबरदस्त खींचातान है. ललन सिंह और अशोक चौधरी के बीच विवाद तो सार्वजनिक हो गया. जिस मसले पर विवाद हुआ,उसको लेकर मंत्री अशोक चौधरी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष की मनाही को दरकिनार करते हुए भवन निर्माण मंत्री 29 सितंबर को हर हाल में बरबीघा जायेंगे. न सिर्फ बरबीघा जाएंगे बल्कि नगर परिषद की चार योजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन भी करेंगे.
अब क्या करेंगे नीतीश-ललन ?
भवन निर्माण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी की तरफ से शेखपुरा-बरबीघा में प्रस्तावित यात्रा को लेकर स्थानीय प्रशासन को पत्र भेजा गया है. जिसमें कहा गया है कि मंत्री अशोक चौधरी नगर परिषद बरबीघा की चार योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन करेंगे. इनमें डॉ. श्री कृष्ण सिंह चौक से गंगटी मोड तक नाला का शिलान्यास, थाना चौक पर प्रस्तावित श्री कृष्ण मोहन प्यारे उर्फ लाला बाबू की मूर्ति का शिलान्यास, नसीब चौक से उलुआपुर तेउस रोड का उद्घाटन और जयरामपुर मोड़ से गौशाला होते हुए डीएवी स्कूल तरफ जाने वाली सड़क का शिलान्यास करेंगे. इसके बाद भवन निर्माण विभाग द्वारा निर्मित निरीक्षण भवन बरबीघा का उद्घाटन करेंगे, फिर भवन निर्माण विभाग के अभियंताओं के साथ समीक्षा करेंगे. विवाद से पहले मंत्री अशोक चौधरी के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा भी बरबीघा जाने वाले थे. लेकिन ललन सिंह से अशोक चौधरी का विवाद बढ़ने के बाद जल संसाधन मंत्री ने अपने आप को उद्घाटन-शिलान्यास कार्यक्रम से अलग कर लिया है.
बरबीघा पर बवाल के बाद भी नहीं सुलझा मामला
बता दें, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी की 28-29 सितंबर को शेखपुरा-बरबीघा की प्रस्तावित यात्रा को लेकर विवाद हो गया था. जेडीयू के स्थानीय विधायक की शिकायत पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बरबीघा की राजनीति से बाज आने को कहा था. लेकिन अशोक चौधरी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष की इस बात को न सिर्फ सिरे से खारिज किया था, बल्कि तल्ख अंदाज में जवाब भी दिया था.
बरबीघा पर बाज नहीं आएँगे अशोक चौधरी
25 सितंबर को सीएम नीतीश के आवास में मंत्री अशोक चौधरी और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह उलझ गए । बताया जाता है कि दोनों के बीच तीखी बहस हुई थी. इस दृश्य को कई नेताओं ने देखा था. शायद पहली दफे किसी मंत्री ने ललन सिंह को इस तरह से जवाब दिया हो. इस तरह के जवाब का अनुमान राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी नहीं होगा. लड़ाई के पीछे बरबीघा की राजनीति थी. सूत्र बताते हैं कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भवन निर्माण मंत्री से शेखपुरा-बरबीघा की राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करने को कहा. अशोक चौधरी को बार बार बरबीघा जाने पर सवाल उठाये . राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से मंत्री अशोक चौधरी को कहा गया कि आपकी वजह से बरबीघा के जेडीयू विधायक असहज हो रहे हैं. इसके बाद अशोक चौधरी भड़क गए थे और तीखी प्रतिक्रिया दी थी. अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अशोक चौधरी के भड़कने का वो दृश्य कई लोगों ने देखा था.
जेडीयू में भूचाल आना तय
अब बड़ा सवाल यही है कि अब क्या होगा ? क्या जेडीयू में फिर से कुछ उठापटक होने की संभावना है ..क्यों कि ललन सिंह के मना करने के बाद भी अशोक चौधरी नहीं माने. क्या नीतीश कुमार के कहने पर ही अशोक चौधरी यह सब कर रहे हैं ? इतना विवाद बढ़ने के बाद भी नीतीश कुमार चुप हैं ? सबकुछ जानते हुए भी अनजान क्यों बने हैं. मुख्यमंत्री की यह रहस्यमयी चुप्पी आने वाले दिनों में राष्ट्रीय अध्यक्ष पर भारी तो नहीं पड़ने वाली है ?