यूपी के एक गांव से निकल देश की पहली महिला मुस्लिम फाइटर पायलट बनेगी मिर्जापुर की सानिया मिर्जा, पिता करते हैं टीवी रिपेयरिंग का काम

DESK : एक सानिया मिर्जा, जिसने टेनिस की दुनिया में भारत का मान बढ़ाया था। अब एक और सानिया मिर्जा देश में लड़कियों का सम्मान बढ़ाया है। खास तौर पर मुस्लिम समाज में, जहां लड़कियों को वह सम्मान नहीं मिलता है, वहीं मिर्ज़ापुर जिले के जसोवर की रहने वाले टीवी मैकेनिक की बेटी सानिया मिर्जा भारतीय वायुसेना में पहली मुस्लिम लड़की है, जिनका चयन फाइटर पायलट (Indias First Muslim Women Pilot) के तौर पर हुआ है।। सानिया ने NDA यानी नेशनल डिफेंस अकादमी की परीक्षा में 149वीं रैंक हासिल की है। NDA का रिजल्ट आते ही सानिया देशभर में सुर्खियों में आ गईं। वह UP की पहली महिला फाइटर पायलट भी होंगी। 27 दिसंबर को पुणे में ट्रेनिंग शुरू करके अपने सपने को सच करने जा रही हैं।
बनना चाहती थीं इजीनियर
एनडीए की परीक्षा क्वालीफाई करने के बाद सानिया मिर्जा ने बताया कि प्रारंभिक पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई है। बचपन में मेरा सपना इंजीनियर बनने का था, लेकिन बाद में हमने अवनी चतुर्वेदी को देखा और उससे प्रेरित होने के बाद एनडीए की तैयारी शुरू की। जहां दूसरी बार में इस परीक्षा को पास किया है। मेरे प्रेरणास्रोत मेरे मां और पिता है, जिन्होंने मेरा हर वक्त साथ दिया।
पिता ने बेटी की पढ़ाई के लिए दिन रात किए एक
सानिया मिर्जापुर से करीब 10 किमी दूर जसोवर गांव की हैं। गांव के ही स्कूल से 10वीं की पढ़ाई की। 12वीं के लिए मिर्जापुर आईं और हिंदी मीडियम से पढ़ाई की। सानिया के पिता शाहिद अली, TV मैकेनिक हैं। गांव के घर पर ही उनकी दुकान है। सानिया मिर्जा के पिता शाहिद अली ने कहा कि बिटिया की पढ़ाई के लिए 8 घंटे की बजाय 12 से 14 घंटे तक मेहनत की, जहां पर पैसा इकट्ठा किया। ताकि पैसे की वजह से बिटिया को दिक्कत नहीं हो। आज बिटिया ने ऐसा काम कर दिया है, जिससे हमें गर्व महसूस हो रहा है। सानिया की मां तबस्सुम मिर्जा ने कहा कि बिटिया जब पढ़ने के लिए जाती थी तो रात हो जाने पर काफी टेंशन होती थी। आसपास के लोग भी बहुत कुछ कहा करते थे, लेकिन आज बिटिया ने ऐसा काम किया है, जिसपर हमें गर्व है। हमें भी पढ़ने का मन था, लेकिन हम नहीं पढ़ सके। हमारी बिटिया ने गांव के साथ जिले का भी नाम रोशन किया है।
महिला के लिए आरक्षित की गई थी 19 सीट
नेशनल डिफेंस एकेडमी 2022 की परीक्षा में महिला व पुरूष मिलाकर 400 सीट थी, जिसमें 19 सीट महिलाओं के लिये आरक्षित किया गया था। दो सीट फाइटर पायलट के लिए आरक्षित की गई थी, जिसमें सानिया मिर्जा ने अपना स्थान हासिल किया है। इससे पहले एक बार सानिया ने परीक्षा दी थी, जहां क्वालीफाई नहीं हुई थी। दूसरी बार रिटर्न, इंटरव्यू, सीपीएस मेडिकल फिटनेस क्वालीफाई करके दो सीट में जगह बनाने में कामयाब रही।